अंतिम सांस तक देश के लिए लड़ता रहूंगा : अन्ना

रीवा के मानस भवन की सजा में अन्ना हजारे भावपूर्ण उदबोधन में कहा कि जब तक सांस है देश के लिए लड़ता रहूंगा और संसद में जनलोकपाल बिल पास कराकर देश को भ्रष्टाचार से मुक्त बनाना है उन्होंने कहा कि जनलोकपल बिल के मामले में उन्होंने तीन मांगे रखी थी जिसमे वन से लेकर फोर्थ ग्रेड तक के कर्मचारी अधिकारियो को लोकपाल के दायरे में लाना ,हर राज्य में सशक्त लोकायुक्त और सरकारी तंत्र से उपजी समस्याओ के निराकरण के लिए दिनों के निर्धारण शामिल था
इन मांगो के लिए उन्होंने रामलीला मैदान में अनशन किया स्थिति यह बनी कि रात में १ बजे संसद बैठी और रेजीनेशन पास हो गया लेकिन अभी तक इसमें अमल नही हुआ है उन्होंने कहा कि जब वे अनशन पर बैठे तो केंद्र सरकार के मंत्री उनके पास पहुंचे तीन महीने बैठक चली फिर बाद में कहा गया कि यह बिल कैबिनेट में लाया जाएगा जो देश के साथ धोखा था अन्ना हजारे ने कहा कि देश में चुनाव में ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए कि प्रत्याशियों को वोट न देने की इच्छा के बाद नापसंदी का कालम हो और यदि नापसंदी के कालम में अधिक लोग पक्ष रखते है तो इलेक्शन कैंसिल कर देना चाहिए
–सेवक और मालिक के चित्र को बदलना है–
अन्ना हजारे ने कहा कि वो मन्दिर में आठ बाई दस के कमरे में रहते है भ्रष्टाचार के खिलाफ उनका आन्दोलन कई सालो से चल रहा है उनके यहां अभी तक ६ मंत्री और ४०० से ज्यादा अफसर आ चुके है संसद विधायक और अफसर सेवक है जबकि जनता मालिक लेकिन हमारे देश में अफसर और मंत्री मालिक बने है और जनता सेवक लेकिन हमे इस चित्र को बदलना है
–चालीस साल से घर नही गया–
अन्ना हजारे ने कहा कि वे आज ७६ साल के है पिछले ४० सालो से वे देश व समाज की सेवा में लगे है इस अवधि मे वे घर नही गये ववे तीन भाई है लेकिन उन्हें यह नही मालूम कि उनके भाइयो के बच्चो के नाम क्या है?

Source: hellorewa.com

Date : 06 Jul 2013