इंडिया डे परेड में विद्या बालन, अन्‍ना हजारे की धूम

6बॉलीवुड अभिनेत्री विद्या बालन औन भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन चलाने वाले अन्ना हजारे ने भारत की आजादी के जश्‍न के मौके पर अमेरिका में आयोजित स्वतंत्रता दिवस की परेड का नेतृत्व किया। यह परेड विदेशों में इस अवसर पर होने वाली किसी भी अन्य समारोह से बड़ी थी। इस परेड में तिरंगा थामे दो लाख लोगों ने देश की संस्कृति का प्रदर्शन किया। हजारे ने भ्रष्टाचार मिटाने के लिए अमेरिकी भारतीयों का समर्थन मांगा है। न्यूयॉर्क में आयोजित इंडिया डे सेलिब्रेशन के मौके पर उन्होंने कहा कि मैं सबके लिए भ्रष्टाचार मुक्त देश चाहता हूं। इसमें आप मेरी मदद करें। इस मौके पर विद्या बालन भी मौजूद थीं। 

यह परेड विदेशों में इस अवसर पर होने वाली किसी भी अन्य समारोह से बड़ी थी। इस परेड में तिरंगा थामे दो लाख लोगों ने देश की संस्कृति का प्रदर्शन किया। रंगबिरंगे वाहन, मार्च करते बैंड और कंवर्टिबल कारें मैनहैटन स्थित मेडिसन एवन्यू के लिए निकले तो आम लोगों ने हजारे और बालन का जोर शोर से नारे लगाकर समर्थन किया। फेडरेशन ऑफ इंडियन असोसिएशंस द्वारा आयोजित इस वार्षिक इंडिया डे परेड में जब गांधीवादी अन्‍ना दो लाख लोगों को लेकर चले तो मैनहैटन की फिजाओं में अन्‍ना हजारे जिंदाबाद और भ्रष्टाचार हटाओ के नारे गूंज रहे थे। परेड में शामिल अधिकतर लोग भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक थे। 76 वर्षीय हजारे का लगभग हर मोड़ पर बड़ी संख्या में आए लोगों द्वारा अभिवादन किया गया।
खादी पहने अन्‍ना अपने वाहन में से हाथ हिलाते रहे। उनके वाहन को भी कई जगहों पर रोका गया जहां लोग उनसे हाथ मिलाने के लिए बेताब दिखे। परेड की ग्रैंड मार्शल विद्या बालन ने कहा कि मैंने इतना बढिय़ा और दिल छू लेने वाला ऐसा समारोह पहले कभी नहीं देखा।
हजारे को देख तिरंगा लहराते भारतीय मूल के अमेरिकीयों ने जोर से कहा कि वे भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में उनके साथ हैं। परेड में शामिल सैंकड़ों लोगों ने केसरिया, हरे और सफेद कपड़े और गांधी टोपियां पहनी थीं। भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के जरिए देश और विदेश में हजारों लोगों को प्रेरित करने वाले हजारे के प्रति अपना समर्थन जताने के लिए इन टोपियों पर आई एम फॉर अन्‍ना (मैं अन्‍ना के लिए हूं) लिखा गया था। अण्णा के प्रति अमेरिकी लोगों में भी दीवानगी देखी गई। वे लोग बड़ी संख्या में एक ऐसे व्यक्ति को देखने आए थे जिसने महात्मा गांधी के सिद्धांतों पर चलते हुए सरकार को हिला दिया था। इस अभूतपूर्व भीड़ को नियंत्रित करने में न्यूयॉर्क पुलिस विभाग को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
FROM : DAINIK BHASKAR.COM