Archive for the ‘प्रेस रिलीज’

Press Release

रिश्वत लेकर वोट करना देशद्रोह हैः अन्ना


30 जुलाई, 2013,वाराणसी
, वरिष्ठ समाज सेवक अन्ना हजारे ने वाराणसी में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि देखा जाये तो आज हमारे देश मे जनतंत्र है ही नहीं,  क्योंकि व्यवस्था पर सरकारी अधिकारियों और राजनीतिक नेताओं ने कब्जा कर लिया है. आम आदमी की बात कहीं सुनी नहीं जा रही है. देश की आम जनता  भ्रष्टाचार और मंहगाई से परेशान हो चुकी है. देश में दिनों दिन बढ़ती मंहगाई की जड़ भ्रष्टाचार है. जनतंत्र की कुंजी आम जनता के हाथ में है, वह जिस दिन अपने वोट का सही उपयोग करने लगेगी और साफ छवि के ईमानदार उम्मीदवारों को चुनने लगेगी. देश में सही अर्थों में जनतंत्र आ जायेगा. रिश्वत लेकर वोट करना देशद्रोह है. हमें अपने वोट की अहमियत समझनी होगी और सही और योग्य व्यक्ति के लिए मतदान करना होगा.

अन्ना ने यह भी कहा कि कुछ लोग उनके नाम पर जनतंत्र यात्रा के नाम पर अवैध रुप से चंदा वसूली कर रहे हैं. इस तरह चंदा वसूली करने वालों का जनतंत्र मोर्चे से कोई सरोकार नहीं है. उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि यदि कोई भी व्यक्ति मेरे नाम से चंदा वसूली करता है तो उन्हें जरूर सूचित करें.ताकि ऐसे लोगों के खिलाफ कार्यवाही की जा सके.

पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वी के सिंह ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि देश का देश में जब कभी अपात स्थितियां खड़ी होती हैं तब-तब सेना को याद किया जाता है. आज देश एक ऐसे मोड़ पर खड़ा है जहां भ्रष्टाचार अपने चरम पर है. इस समस्या को जड़ से मिटाने के लिए हमें एक होकर सेना की तरह काम करना होगा. ताकि हम भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों को देश से दूर भगा सकें.

चौथी दुनिया के प्रधान संपादक संतोष भारतीय ने कहा कि बाबा अंबेडकर ने संविधान सभा में दिए अपने अंतिम भाषण में कहा था कि भारत का सविधान दुनिया का सबसे अच्छा संविधान है, लेकिन मुझे यह नहीं मालूम है कि भविष्य में राजनीतिक दल इसका क्या हाल करेंगे. बाबा साहब की भविष्यवाणी आज सही साबित हो रही है. राजनीतिक दलों ने संविधान की मूल भावना को ताक पर रख दिया हैं. एक लोक कल्याणकारी राज्य की परिकल्पना को धवस्त कर  व्यापरियों और उद्योगपतियों के लिए काम कर रही हैं.

आज जनतंत्र यात्रा जौनपुर से चलकर वाराणसी पहुंची. रास्ते में अन्ना का कई जगहों पर स्वागत हुआ. कई जगहों पर स्कूली बच्चों ने अन्ना का अभिवादन किया. अन्ना ने वाराणसी में वाराणसी की बॉर काउंसिल के कार्यक्रम में हिस्सा लिया. उनके साथ इस कार्यक्रम में पूर्व थल सेनाध्यक्ष जनरल वी के सिंह और चौथी दुनिया के प्रधान संपादक संतोष भारतीय भी शामिल हुए.

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प्रेस रिलीज

राजनीतिक दल देश को असंवैधानिक तरीके से चला रहै हैः अन्ना

29 जुलाई,2013, जौनपुर, जनतंत्र यात्रा अपने पांचवें चरण के अंतिम दौर में प्रवेश कर चुकी है. पांचवें चरण के सातवें दिन सुलतानपुर से चलकर बदलापुर होते हुए जौनपुर पहुंची. बदलापुर और जौनपुर में जनसभाओं को संबोधित किया. जौनपुर पहुंचने पर जनतंत्र यात्रा का जोरदार स्वागत किया. रास्ते में कई जगहों पर लोगों ने अन्ना का स्वागत किया.

अन्ना हजारे ने जौनपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि राजनीतिक दल अपने फायदे के लिए जनता को गुमराह कर रहे हैं. राजनीतिक दलों ने संविधान की भावनाओं को पूरी तरह दरकिनार कर दिया है. राजनीतिक दल देश को असंवैधानिक तरीके से चला रहै हैं. देश को एक बार फिर से भ्रष्टाचार के दलदल से निकालने का वक्त आ गया है. हमें इसे बदलना होगा. देश के लोगों को इसके लिए आगे आना होगा और अपने मताधिकार का सही उपयोग कर संसद में जनता के प्रतिनिधियों को भेजना होगा. देश भर में लोग मेरे नाम से चंदा लेकर लोगों को मूर्ख बना रहे हैं. अगर आप किसी को ऐसा करता पाएं तो हमें सूचित करें. हम उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करायेंगे. हमारा एकमात्र संगठन जनतंत्र मोर्चा है. जनतंत्र मोर्चा के बैनर तले चल रही जनतंत्र यात्रा का खर्च लोगों के सहयोग से चलता है. इसके लिए किसी से कोई चंदा नहीं लिया जाता है.

अन्ना के सहयोगी और चौथी दुनिया के प्रधान संपादक संतोष भारतीय ने कहा कि देश के राजनेताओं ने आजादी के लिए अपनी जान न्योछावर करने वालों को भुला दिया है. देश में भ्रष्टाचार की जड़ें इतनी मज़बूत हो चुकी है कि हर काम के लिए लोगों को रिश्वत देनी पड़ती है. उनके अनुसार, आज के नेताओं ने देश सेवा को सबसे नीचे रख दिया है और मुल्क को जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर समाज को बांटने का काम कर रहे हैं. इसीलिए अब जनता को जागना होगा और उन्हें आगे आना होगा, ताकि भ्रष्ट राजनेताओं के चंगुल से देश को आज़ाद कराया जा सके.

जनतंत्र यात्रा 30 जुलाई को जौनपुर से चलकर वाराणसी पहुंचेगी. वाराणसी में अन्ना हजारे जनसभा को संबोधित करेंगे.

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सरकार के नुमांइदे गरीबों और उनकी ग़रीबी का मज़ाक उड़ा रहे हैः अन्ना

28 जुलाई, 2013, सुल्तानपुर, वरिष्ठ समाज सेवी अन्ना हज़ारे आज जनतंत्र यात्रा के साथ गोंडा से चलकर अयोध्या, फैज़ाबाद और सुल्तानपुर पहुंचे. अयोध्या में प्रेस को संबोधित करते हुए अन्ना ने कहा कि देश आज बहुत नाजुक दौर से गुज़र रहा है. मंहगाई अपने चरम पर है लोगों का जीना दूभर हो गया है, उसपर सरकार के नुमांइदे एक, पांच और बारह रुपये में लोगों को खाना मिलने की बात कहकर गरीबों और उनकी ग़रीबी का मज़ाक उड़ा रहे हैं. सरकार वोट की राजनीति कर रही है उसे राइट टू फूड बिल संसद में सीधे लेकर आना चाहिए था. उसने ऑर्डिनेंस पास करके इसे लागू कर दिया है. यह तरीका ठीक नहीं है. सरकार को जनतंत्र की गरिमा का खयाल रखना चाहिए.

अन्ना के सहयोगी और चौथी दुनिया के प्रधान संपादक संतोष भारतीय ने सुल्तानपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि देश संविधान के अनुरूप नहीं चल रहा है. केंद्र सरकार घोटालों पर घोटाले कर रही है. संविधान की लोककल्याणकारी राज्य की अवधारणा को उलट कर रख दिया है. 1991 के बाद की नीतियों का असर देश में बढ़ते नक्सलवाद के रूप में दिखाई दे रहा है. 1990 में देश में नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या लगभग 70 थी यह संख्या आज 272 तक पहुंच गई है. सरकार कॉरपोरेट घरानों को किसानों की जमीन छीनकर उनकी इच्छा के विपरीत दे रही है. अगर केंद्र सरकार इसी तरह काम करती रही तो देश में सशस्त्र विद्रोह होने से कोई नहीं रोक सकता.

अन्ना ने आज फैज़ाबाद और सुल्तानपुर में जनसभा को संबोधित किया. जैसे ही जनतंत्र यात्रा सुल्तानपुर पहुंची, लोगों ने धूमधड़ाके से उनका स्वागत किया. यहां अन्ना के विचारों को सुनने बड़ी संख्या में लोग पहुंचे.जनतंत्र यात्रा 29 जुलाई को बदलापुर होते हुए जौनपुर पहुंचेगी. रास्ते में वह कई जगहों पर जनसभाओं को संबोधित करेंगे. जनतंत्र यात्रा के पांचवें चरण का समापन 1 अगस्त को गाज़ीपुर में होगा.

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जनता चुनाव में केंद्र सरकार को सबक सिखाएगीः अन्ना


27 जुलाई 2013, गोंडा, उत्तर प्रदेश में जनतंत्र यात्रा पांचवें चरण का आधा सफर तय कर चुकी है. पांचवें चरण के पांचवें दिन जनतंत्र यात्रा सीतापुर से चलकर गोंडा पहुंची. गोंडा पहुंचने पर लोगों ने अन्ना का जोरदार स्वागत किया. बाइक रैली के रुप में काफिला आमसभा स्थल पर पहुंचे. शहर में लोग अपने घर से बाहर निकलकर हाथ जोड़कर अन्ना का अभिवादन कर रहे थे.
गोंडा में जनता को संबोधित करते अन्ना हुए कहा कि आजादी के 66 साल बाद भी देश गुलाम बना हुआ है. अंग्रेजों के बनाए कानूनों के आधार पर चल रहा है. काले अंग्रेज इन्हीं काले कानूनों का उपयोग कर जनता को लूट रहे हैं. सारे राजनीतिक दल संविधान को ताक पर रखकर जल, जंगल और जमीन को लूट रहे हैं. लोकतंत्र में से लोक गायब हैं. सारे निर्णय सरकार जनता की इच्छा के विपरीत लिए जा रहे हैं. क़ानून के निर्माण में भी जनता की कोई भूमिका नहीं है. हमें इस व्यवस्था को बदलना है. संपूर्ण व्यवस्था परिवर्तन का लक्ष्य लेकर मैं देश में घूम रहा हूं. इस दिशा में मेरी पहली लड़ाई लोकपाल बिल को लेकर है. मैं एक बार फिर से जनलोकपाल बिल को पास करने की मांग को लेकर रामलीला मैदान में अनशन करने जा रहा हूं. मैं सरकार से जनलोकपाल बिल पास करवाए बिना नहीं मरूंगा. आमचुनाव नजदीक हैं, यदि केंद्र सरकार इसबार लोकपाल बिल पास नहीं करती है तो उसे जनता को जवाब देना होगा. मुझे यकीन है कि जनता चुनाव में केंद्र सरकार को सबक सिखाएगी.
अन्ना के सहयोगी और चौथी दुनिया के प्रदान संपादक संतोष भारतीय ने आमसभा को संबोधित करते हुए कहा कि लोगों का सरकार से विश्वास उठ गया है. सारा देश मंहगाई और भ्रष्टाचार की आग में जल रहा है. गरीब तबके के लोगों के लिए परिवार चलाना मुश्किल हो गया है. देश क्रांति की कगार पर पहुंच गया है. राजनीतिक दलों ने अगर अपना रवैया नहीं बदला तो वह दिन दूर नहीं है जब लोग देश को राजनीतिक दलों के चंगुल से मुक्त कराने के लिए सड़क पर उतर आएंगे.
जनतंत्र यात्रा 28 जुलाई को फैज़ाबाद होते हुए सुल्तानपुर पहुंचेगी. दोनों जगह अन्ना जनसभाओं को संबोधित करेंगे. जनतंत्र यात्रा के पांचवें चरण का समापन 01 अगस्त को ग़ाजीपुर में होगा.

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सच्चे लोकतंत्र की स्थापना के लिए लोगों को आगे आना पड़ेगाः अन्ना

26 जुलाई 2013, सीतापुर, विश्वविख्यात समाज सेवी अन्ना हजारे के नेतृत्व में चल रही जनतंत्र यात्रा अपने पांचवें चरण के चौथे दिन फर्रुख़ाबाद से चलकर सीतापुर पहुंची. अन्ना हज़ार ने शाहजहांपुर सीतापुर में जनसभाओं को संबोधित किया. अन्ना को सुनने बड़ी संख्या में लोग सभा स्थलों तक पहुंच रहे हैं. जिन रास्तों से जनतंत्र यात्रा गुज़र रही है लोगों का हुजूम अन्ना के दर्शन के लिए और उनके विचार सुनने के लिए उमड़ रहा है.

अन्ना हज़ारे ने सीतापुर में जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस को आड़े हाथ लिया और कहा कि जो लोग यह कहते हैं कि वह पांच रुपये में खाना खा सकते हैं, उन्हें यह साबित करना चाहिए. अन्ना ने गरीबी रेखा को घटाकर गरीबों की संख्या कम बताने की सरकारी कोशिश की निंदा की. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उनके नाम का गलत इस्तेमाल करके कुछ लोग चंदा वसूल रहे हैं. उन्होंने मीडिया और जनता से अपील की है कि अन्ना हजारे के नाम पर चंदा वसूलने वालों का पर्दाफाश करें. आजादी के 65 साल गुज़र जाने के बाद भी आज की सरकार अंग्रेजी हुकूमत की तरह काम कर रही है. सरकार मनमाने ढ़ंग से कानून बनाती है जिसमें जनता की किसी भी तरह की भागीदारी नहीं होती है. आज भी सरकार ठीक उसी तरह कानून बनाती है जैसा अंग्रेजी हुकूमत किया करती थी. देश में सच्चे लोकतंत्र की स्थापना के लिए लोगों को आगे आना पड़ेगा और स्थितियों को बदलना पड़ेगा.

अन्ना के सहयोगी और चौथी दुनिया के प्रधान संपादक संतोष भारतीय ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि देश के ऊपर संविधान की मूलभावनाओं का उलंधन करके शासन किया जा रहा है. सरकार ने संविधान की मर्यादा को ताक पर रख दिया है. संविधान में कहीं भी राजनीतिक दलों के बारे में जिक्र नहीं है. इसके बावजूद आजादी के 66 साल बाद भी राजनीतिक दल देश पर राज कर रहे हैं. यदि देश में सच्चे लोकतंत्र की स्थापना करनी है तो राजनीतिक दलों को देश पर शासन करने से रोकना होगा और जनता के प्रतिनिधियों को संसद में भेजना होगा.

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तुम मुझे सहयोग दो मैं तुम्हें लोकपाल दूंगाः अन्ना

25 जुलाई 2013, फर्रुख़ाबाद, अन्ना हज़ारे ने आज फर्रुख़ाबाद में आम सभा को संबोधित करते हुए लोगों से अपील की कि तुम मुझे सहयोग दो मैं तुम्हें लोकपाल दूंगा. अन्ना ने कहा कि मैनें प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि वह जल्द से जल्द लोकपाल बिल पास करें और अपना वादा पूरा करें, नहीं तो वह एक बार फिर से रामलीला मैदान में जनलोकपल बिल की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठेंगे. अन्ना ने कहा कि आज देश के हालात बहुत दयनीय हो गए हैं. देश में लोकतंत्र नेस्तनाबूत हो गया है. हमें देश में सच्चे लोकतंत्र की स्थापना करनी है.

अन्ना के सहयोगी और चौथी दुनिया के प्रधान संपादक संतोष भारतीय ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि देश को इस मुश्किल दौर से निकालने के लिए अन्ना को आपका सहयोग चाहिए. अगर आज आपने अन्ना का सहयोग नहीं किया तो इसका परिणाम आपकी आने वाली कई पीढियों को भुगतना पड़ेगा. अन्ना के रूप में आपके पास एक बेहतरीन मौका है इस मौके को खाली जाने देने में हमारी सबसे बड़ी हार होगी.

जनतंत्र यात्रा अपने पांचवें चरण में आज बरेली से चलकर फर्रुख़ाबाद पहुंची. इस दौरान अन्ना ने बदायुं और फर्रुख़ाबाद में जन सभाओं को संबोधित किया. इस दौरान कई जगहों पर लोगों ने  लगातार मौसम के खराब होने के बावजूद जनसभाओं में उपस्थित लोगों का उत्साह देखने लायक था. लोग खराब मौसम की परवाह किए बगैर अन्ना की सभाओं में पहुंच रहे हैं. अन्ना ने जैसे ही फर्रुखाबाद की सीमा में प्रवेश किया मोटरसायकिल में तिरंगा झंडा थामे युवाओं ने उनकी अगवानी की. इसके बाद जब अन्ना सभा स्थल की ओर निकले तो पूरा फर्रुख़ाबद शहर उनके दर्शन के लिए और उनका अभिवादन करने के लिए सड़क पर उमड़ पड़ा.

26 जुलाई को जनतंत्र यात्रा शाहजहांपुर होते हुए सीतापुर पहुंचेगी. दोनों ही स्थानों पर अन्ना जनसभाओं को संबोधित करेंगे.

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देश नव युवकों को पुकार रहा है : अन्ना

24 जुलाई,2013 बरेली, जाने माने समाजसेवी अन्ना हज़ारे जनतंत्र यात्रा के पांचवें चरण में उत्तर प्रदेश पहुंचे हैं. इससे पहले यात्रा के पहले चरण के दौरान जनतंत्र यात्रा पश्चिमी उत्तर के कुछ जिलों में पूरी हो चुकी है. इस बार उत्तर प्रदेश में जनतंत्र यात्रा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 23 जुलाई को मुरादाबाद से प्रारंभ होकर 01 अगस्त को ग़ाजीपुर में समाप्त होगी. 23 जुलाई को मुरादाबाद में जनतंत्र यात्रा के पांचवें चरण का आगाज़  एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए किया. इसके बाद जनतंत्र यात्रा रामपुर होते हुए बरेली पहुंची.

अन्ना ने बरेली में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि देश नव युवकों को पुकार रहा है. युवा भारत की सबसे बड़ी ताकत बन चुका है. देश के 50 प्रतिशत से ज्यादा मतदाता युवा हैं. अगर यह युवा मतदाता जाग उठता है तो देश की तकदीर को बदलने में कोई वक्त नहीं लगेगा और देश भ्रष्टाचार मुक्त बन सकेगा.

बरेली में जनसभा को संबोधित करते हुए अन्ना के सहयोगी और चौथी दुनिया के प्रधान संपादक संतोष भारतीय ने कहा कि आगामी चुनाव से पहले  देश में दंगों का महौल बनाया जा रहा है. भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी संप्रदायिक्ता फैला कर चुनाव जीतना चाहती हैं. आज की राजनीतिक पार्टियां समाज को तोडकर चुनाव जीतना चाहती हैं, इसलिए इन पार्टियों के खिलाफ लोगों को सामने आना होगा.

अन्ना हज़ारे बरेली में आम सभा को संबोधित करने के बाद बरेलवी संप्रदाय के संस्थापक इमाम अहमद रज़ा खां “आला हज़रत” की दरगाह पर जियारत करने पहुंचे. दरगाह में अन्ना ने कहा कि सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा. हम सभी देशवासियों को मिल-जुल कर रहना चाहिए जिससे कि देश में अमन चैन बना रहे. उन्होंने दरगाह में देश में हर तरफ फैले भ्रष्टाचार के खात्मे के लिए दुआ की.

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19 जुलाई 2013, नई दिल्ली: मुझसे पत्रकारों ने पूछा कि श्री नरेंद्र मोदी को मैं सांप्रदायिक मानता हूं या नहीं, तो मैंने तुरंत जवाब दे दिया कि मेरे पास कोई सबूत नहीं है इसलिए मैं कुछ कह नहीं सकता. लेकिन समाचार छापा कि अन्ना ने कहा है कि नरेंद्र मोदी सांप्रदायिक नहीं हैं. यह गलत है. इसका मतलब ये नहीं है कि वे सांप्रदायिक है या नहीं है. वे ऐसे दल में हैं जिस दल की यह मान्यता है कि वह एक समुदाय के पक्ष में है और कुछ समुदायों के खिलाफ है, खासकर एक समुदाय के तो बहुत खिलाफ है और ये सर्वविदित है.

अब रहा सवाल मेरे कथन का जिसकी बड़ी चर्चा हो रही है. यह अंदाजा नहीं लगाना चाहिए कि मैंने किसी को संप्रदायिक नहीं है, ऐसा सर्टिफिकेट दे दिया है. सर्टिफिकेट देने वाला मैं कोई नहीं हूं. भारत का संविधान सेकुलर है, धर्मनिर्पेक्ष है. सब पार्टियों को उसी के अनुरुप चलना पड़ेगा जो पार्टियां उसके अनरुप नहीं चलेंगी उनको बहुमत नहीं मिल सकता. एक दल जिस तरह की बात करता है उन बातों से लगता है कि उसका रुझान सांप्रदायिक है. मैं नहीं चाहता कि ये बात मैं व्यक्ति विशेष को लेकर कहूं क्योंकि यह तो उनके पूरे दल का मामला है. भारतीय जनता पार्टी ने तो नरेंद्र मोदी को अपने कैंपेन कमेटी का चेयरमैन बनाया है. वे भारतीय जनता पार्टी का जो मत है उसी को प्रतिबिंबित करेंगे. इसलिए मैं किसी व्यक्ति विशेष की बात नहीं करता. मैं तो देश में जनतंत्र अभियान चला रहा हूं. भ्रष्टाचार के खिलाफ लोगों को जगा रहा हूं. जनतंत्र लाना चाहिए, भष्ट़ाचार हटना चाहिए,

जनलोकपाल का कानून बनना चाहिए और सीबीआई सहित जांच एजेंसियों को स्वतंत्र होना चाहिए. जो भी इलेक्शन के बाद पावर में आए उसे गैर-संप्रदायिक होना चाहिए और अभी जो चल रहा है उससे बेहतर शासन देना चाहिए.

मैं चाहता हूं कि देश में संविधान के अनुसार जनतंत्र आए. देश में जनता का राज हो पक्ष या पार्टी का नहीं. क्योंकि संविधान में पक्ष और पार्टी का जिक्र है ही नहीं. जहां तक मैं जानता हूं मोदी जी ने गोधरा और उसके बाद हुए दंगो का तीव्र निषेध अब तक नहीं किया है. उन्हें मैं सांप्रदायिक नहीं है ऐसा सर्टिफिकेट कैसे दे सकता हूं.

मैं शुरु से सांप्रदायिकता के विरोध में हूं क्योंकि संप्रदायिकता से देश के टूटने का खतरा है.

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अन्ना हजारे

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प्रधानमंत्री को तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिएः अन्ना

 

17 जुलाई, इंदौर, अन्ना हज़ारे ने कोयला घोटाले में सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि अब प्रधानमंत्री को तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. वह अब पद पर बने रहने योग्य नहीं रह गए हैं. ज्यादा देर करना उनके लिए ठीक नहीं है. अन्ना हजारे ने मध्यप्रदेश में जनतंत्र यात्रा के चौथे चऱण के समापन के पूर्व इंदौर प्रेस क्लब में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही. इसी दौरान एक सवाल के जवाब में अन्ना ने कहा कि हमारे देश में भी तख्ता पलट जैसी स्थितियां बन रही हैं. हम एक एक कदम उसी दिशा में बढ़ा रहे हैं. हमारे देश के लोगों की सहनशक्ति की सीमा अधिक है. यदि वह सीमा पार हो गई तो कुछ भी हो सकता है. अगर हमने आज नहीं सोचा तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे. हमारे सामने नक्सलवाद जैसी समस्या विकराल रूप लेती दिख रही है. हमारे देश की सरकार समय पर कुछ नहीं करती है. आज देश क्रांति की कग़ार पर आ खड़ा है.

भारत के पूर्व थलसेनाध्यक्ष जनरल वी के सिंह ने जनसभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि देश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए हम सब को एक जुट होना पड़ेगा. हर तरीके के भेदभाव को छोड़कर देश के बारे में सोचना पड़ेगा. तभी हम देश का विकास कर पाएंगे और भारत को विश्वशक्ति के रुप में स्थापित कर पाएंगे.

अन्ना के सहयोगी और चौथी दुनिया के प्रधान संपादक संतोष भारतीय ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार हर कदम पर संविधान की भावना के साथ खिलवाड़ कर रही है और इसके उलट काम कार रही है. लोकतंत्र पार्टीतंत्र और अधिकारी तंत्र में बदल गया है.

मध्यप्रदेश में जनतंत्र यात्रा 5 जुलाई को रीवा से प्रारंभ हुई थी. अंतिम दिन जनतंत्र यात्रा उज्जैन, देवास होते हुए इंदौर पहुंची. इस दौरान रास्ते में जगह जगह पर उनका स्वागत हुआ. मध्यप्रदेश के 23 जिलों में तेरह दिन तक चली जनतंत्र यात्रा ने लगभग 3000 किलोमीटर का सफर तय किया. जनतंत्र यात्रा का पांचवां चरण 23 जुलाई को उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से प्रारंभ होगा और इसका समापन समापन 1 अगस्त को होगा.

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परिवारवाद देश के लिए सबसे बड़ा खतराः अन्ना

16 जुलाई, शाजापुर, अन्ना हजारे ने जनतंत्र यात्रा के चौथे चरण के अंतिम दौर में ब्यावरा में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि परिवारवाद देश के लिए सबसे बड़ा खतरा बन गया है. सारे राजनीतिक दल इस परंपरा को बढ़ावा दे रहे हैं. इस वजह से देश में भ्रष्टाचार तेजी से फल-फूल रहा है. राजनीतिक तंत्र में परिवारवाद के लिए कोई जग़ह नही होनी चाहिए. लेकिन राजनीतिक दल इस व्यवस्था को संरक्षण दे रहे हैं. कोई भी इस व्यवस्था को नहीं बदलना चाहता. परिवारवाद के कारण राजनीतिक व्यवस्था में आम आदमी के लिए जगह बहुत कम होती जा रही है. हम लोकशाही में जी रहे हैं या राजशाही में, हमें इस प्रश्न का जवाब ढ़ूढना होगा और लोकतंत्रात्रिक व्यवस्था में आम आदमी को पुनर्स्थापित करना होगा.

राजनीतिक पार्टियों के ऊपर चोट करते हुए पूर्व थल सेनाध्यक्ष जनरल वी के सिंह ने कहा कि आज तक राजनीतिक पार्टियों ने देश के लोगों को बांटने का काम किया है कभी जाति के नाम पर तो कभी धर्म के नाम पर. इस वजह से लोग बटे हुए हैं और राजनीतिक दल इसका गलत फायदा उठा रहे हैं. लेकिन अब लोगों को बदलना होगा और जिससे कि देश में सकारात्मक बदलाव आ सके. और देश भ्रष्टाचार मुक्त बन सके.

अन्ना के सहयोगी और चौथी दुनिया के प्रधान संपादक संतोष भारतीय ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आज देश एक मुश्किल मोड़ पर आ खड़ा हुआ है. देश को भ्रष्टाचार के दलदल से निकालना जरूरी है. इसके लिए देश के हर नागरिक को योगदान देना होगा. इसीलिए अन्ना आपके दरवाजे पर आपको अपना संदेश देने आए हैं. अगर हम आज व्यंवस्था में बदलाव नहीं कर पाए तो कभी नहीं कर पाएंगे.

17 जुलाई को जनतंत्र यात्रा का मध्यप्रदेश में आखिरी दिन है. चौथे चरण के अंतिम दिन जनतंत्र यात्रा उज्जैन, देवास होते हुए इंदौर पहुंचेगी. इंदौर में जनतंत्र यात्रा का समापन जन सभा के रुप में होगा.

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