प्रेस रिलीज
विधानसभा चुनावों में राइट टू रिजेक्ट के इस्तेमाल के लिए अन्ना आंदोलन शुरु करेगें
नई दिल्ली, 7 अक्टूबर, 2013, श्री अन्ना हजारे ने नवंबर और दिसंबर माह में छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान व दिल्ली में हो रहे विधानसभा चुनाव में राइट टू रिजेक्ट के लिए जनआंदोलन शुरु करने की घोषणा की है. इन राज्यों में अन्ना लोगों को को जागृत करने और राइट टू रिजेक्ट के इस्तेमाल के लिए प्रेरित करने के लिए मतदाता जनजागरण रथ यात्रा निकालेंगे. अन्ना ने यह फैसला जनतंत्र मोर्चा के कार्यकर्ता सम्मेलन में लिया. यह शिविर 5-6 अक्टूबर को दिल्ली में समपन्न हुआ. अन्ना इलेक्शन कमीशन से यह अपील की है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद राइट टू रिजेक्ट के कार्यान्वन के लिए जल्द से जल्द नियम बनाए जाएं ताकि विधानसभा चुनावों में लोगों के इस अधिकार का नतीजा निकल सके. अन्ना हजारे की मांग है कि जिस विधानसभा क्षेत्र में नापंसदी का वोट सर्वाधिक हो उस विधानसभा के चुनाव को रद्द किया जाए. ऐसे विधानसभा क्षेत्र में फिर से चुनाव हो और रद्द किए गए चुनावो में भाग लेने वाले सभी उम्मीदवारों को चुनाव के लिए अयोग्य घोषित किया जाए.
जनतंत्र मोर्चा कार्यकर्ता सम्मेलन में यह भी फैसला हुआ कि संसद के आगामी शीतकालीन सत्र को पहले दिन से अन्ना दिल्ली के रामलीला मैदान में अंदोलन शुरु करेगें. देश भर से आए कार्यकर्ताओं ने इस आयोजन की तैयारी के बारे में भी जानकारी दी और भविष्य के कार्यक्रमों के बारे में फैसले लिए. इस बैठक में उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बताया कि सरकार की मंशा लोकपाल बिल को पास करने की नहीं है, वह संसद में जानबूझ कर लोकपाल बिल को लटका रही है. उन्होंने कहा कि मैनें प्रधानमंत्री को पहले ही पत्र लिखकर बता दिया है कि वह संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन से एक बार फिर से रामलीला मैदान में बैठने जा रहे हैं.
अन्ना ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यह भी बताया कि इस बार आंदोलन का स्वरूप अखिल भारतीय होगा. इस बार आंदोलन को देश के गांव-गांव तक फैलाया जाएगा. इसके लिए पंद्रह दिनों के अंदर देश के हर जिले व ब्लाक में जनसंसद अभियान समिति व ब्लाक जनसंसद अभियान समिति का गठन की प्रक्रिया शुरु हो चुकी है और सभी राज्यों में राज्य स्तरीय सम्मेलन आयोजित किया जाएगा. साथ ही आम लोगों की भागीदारी और सहयोग सुनिश्चित करने के लिए संकल्प पत्र पर हस्ताक्षर कराया जाए.