जन संसद

श्री अन्ना हजारे जी ने संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन दिल्ली में जनसंसद आयोजित करने की घोषणा जनतंत्र यात्रा के पांचवें चरण के दौरान की है. अन्ना हजारे जी देश में संपूर्ण व्यवस्था परिवर्तन के लिए पूरे देश में जनतंत्र यात्रा कर रहे है. इस जनसंसद को बुलाने का एक अहम मकसद है जनता की राय को जानना. अन्ना हजारे जी यह जानना चाहते है कि इस देश की जनता कैसे इस आंदोलन को एक निर्णायक दिशा में ले जाना चाहती हैं? चूंकि अन्ना हजारे जी ने हाल ही में प्रधानमंत्री को एक पत्र लिख कर सूचित कर दिया है कि वर्षा कालीन सत्र में यदि बिल पारित नहीं हो पाया तो मजबूरन शीत कालीन के सत्र के प्रथम दिवस से रामलीला मैदान में मेरा अनशन आरम्भ होगा, इस लिहाज से जनसंसद का महत्व और बढ़ जाता है, क्योंकि यहां देश भर से आए लोग प्रस्ताव पारित करके सरकार के सामने जनता की राय रखेंगे.

गौरतलब है कि अन्ना हजारे जी देशव्यापी जनतंत्र यात्रा के दौरान जनलोकपाल कानून, राइट टू रिकॉल, राइट टू रिजेक्ट, ग्राम सभा सशक्तिकरण, असंवैधानिक पार्टी तंत्र और इसकी खामियों और जन उम्मीदवार के बारे में लोगों को जागरूक कर रहे हैं. अन्ना हजारे जी यह मानते है कि देश में जिस तरह से भ्रष्टाचार बढ़ा है और सत्ता पर जिस तरह से भ्रष्टाचारियों ने कब्जा जमा लिया है उससे निपटने के लिए जनता को ही आगे आना होगा. हाल ही में प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में अन्ना हजारे जी ने साफ-साफ शब्दों में कहा है कि  जन लोकपाल क़ानून के लिए जब देश की करोड़ों जनता सड़क पर उतर आई थी, तब सरकार को शायद खतरे की आशंका हो उठी. इसलिए मेरा अनशन समाप्त करवा कर जनता के साथ कहीं यह धोखाधड़ी तो नहीं की गई? भ्रष्टाचार को रोकने वाला जन लोकपाल जैसा बिल दो सालों तक पास नहीं होता है. इसका स्पष्ट अर्थ निकलता है कि सरकार ने 120 करोड़ जनता और अन्ना हज़ारे के साथ धोखाधड़ी की है. मेरा अधूरा अनशन फिर से उसी रामलीला मैदान पर शुरू करने का निर्णय मैंने लिया है, क्योंकि भ्रष्टाचार के कारण जनता कितनी त्रस्त है, इसका अंदाजा हमेशा एयरकंडीशन में बैठने वालों को नहीं हो पाएगा.

गौरतलब है कि अब तक पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश आदि राज्यों में जनतंत्र यात्रा कर चुके अन्ना हजारे से एक बार फिर यह सरकार डरने लगी है. ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि देश की जनता शीतकालीन सत्र के पहले दिन से दिल्ली आरंभ हो रहे आमरण अनशन और जनसंसद में ज्यादा से ज्यादा संख्या में जुटे और जो लोग भी अन्ना हजारे की व्यवस्थ परिवर्तन की इस लड़ाई के समर्थक है और इस महत्वपूर्ण संघर्ष का हिस्सा बनना चाहते हैं, उन सभी का जनसंसद में स्वागत है. जनसंसद के लिए उनके सुझावों का भी स्वागत है ताकि यह पता चल सके कि जनसंसद को किस तरह आयोजित किया जाना चाहिए. अन्ना जी चाहते हैं कि जनतंत्र मोर्चे से जुड़े हर एक फैसले में आपकी भागीदारी हो, आपकी हिस्सेदारी हो. आप से यह अपेक्षा है कि जनसंसद को न केवल सफल बनाएं, बल्कि जनसंसद द्वारा लिए जाने वाले फैसलों के गवाह भी बनें.

जनसंसद के विषय में विस्तृत जानकारी के लिए आप jantantramorcha@gmail.com  पर या मोबाइल संख्या +91 9650268680 पर संपर्क कर सकते हैं.