प्रेस विज्ञप्ति
समाजसेवी अन्ना हज़ारे की अगुआई में चल रहे जनतंत्र यात्रा का पड़ाव 12 अप्रैल, शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा, भंगेल, दादरी, धौलना, ककराना, बझेड़ा और पिलखुआ होते हुए हापुड़ पहुंचा. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के इलाक़ों में अन्ना हज़ारे का लोगों ने भव्य स्वागत किया.
अन्ना हज़ारे के साथ इस जनतंत्र यात्रा में पूर्व सेनाध्यक्ष प्रमुख जनरल वीके सिंह, वर्ल्ड सूफ़ी काउंसिल के चेयरमैन सूफ़ी जिलानी कत्ताल और चौथी दुनिया के प्रधान संपादक संतोष भारतीय समेत हज़ारों लोग शामिल है. अन्ना हज़ारे ने जनतंत्र यात्रा के दौरान ग्रेटर नोएडा, दादरी, पिलखुआ और हापुड़ में विशाल जनसभा को संबोधित किया. उनकी सभाओं में हज़ारों की संख्या में लोग उपस्थित थे.
ग्रेटर नोएडा में अन्ना हज़ारे भूमि अधिग्रहण के विरोध में कई दिनों से आंदोलन कर रहे किसानों से मिलने पहुंचे. किसान नेताओं ने अन्ना हज़ारे को अपने बीच पाकर खुशी का इज़हार किया. इस मौक़े पर आंदोलनरत किसानों और स्थानीय नागरिकों को संबोधित करते हुए अन्ना हज़ारे ने कहा कि किसानों को उनकी ज़मीन से अलग करने के लिए सरकार पूंजीपतियों के साथ मिलकर साज़िश रच रही है. उनके मुताबिक़, केंद्र सरकार जिस नीतियों के तहत काम कर रही, वह पूरी तरह किसान विरोधी है. ग्रेटर नोएडा में जिस तरह किसानों की ज़मीनें अधिग्रहीत की जा रही है, उस पर अन्ना ने नाराज़गी जताते हुए कहा कि ग्राम सभा की सहमति के बग़ैर किसानों से उनकी ज़मीनें नहीं ली जानी चाहिए. उन्होंने किसानों से संगठित होकर संघर्ष करने का आह्नान किया.
अन्ना हज़ारे ने कहा कि इस जनतंत्र यात्रा का मक़सद देश के हर गांव और ज़िले में लोगों को जागरूक करना है, ताकि जनता अपने अधिकारों के प्रति सजग हो. अन्ना के अनुसार, अगर पांच महीनों के भीतर सरकार सशक्त जनलोकपाल क़ानून नहीं पारित करेगी, तो उसके बाद दिल्ली में जन संसद आयोजित की जाएगी.
जनतंत्र यात्रा में शामिल पूर्व सेना अध्यक्ष जनरल वीके सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि मौजूदा राजनीतिक व्यवस्था कल्याणकारी नहीं रह गई है. उन्होंने ग्रेटर नोएडा और दादरी में किसानों और नागरिकों को संबोधित करते हुए कहा कि किसान अपनी ज़मीन के मालिक स्वयं हैं, लिहाज़ा उसमें सरकार का हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए. जनरल सिंह ने किसानों को संगठित होकर संघर्ष करने की सलाह दी. जनसभा को संबोधित करते हुए वर्ल्ड सूफ़ी काउंसिल के चेयरमैन सूफ़ी जिलानी कत्ताल ने कहा कि अन्ना हज़ारे जनकल्याण के लिए जनतंत्र यात्रा कर रहे हैं. अगर देश की युवा पीढ़ी जागरूक हो जाएं, तो मुल्क की तस्वीर बदल जाएगी.