जनलोकपाल : फिर अनशन करेंगे अन्ना

9999रालेगणसिद्धि (एजेंसी)। सुप्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने राज्यसभा में जनलोकपाल विधेयक दो साल से लटकाए रखने पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से नाराजगी जताते हुए संसद के आगामी शीतकालीन सत्र के पहले दिन से दिल्ली में फिर से अनशन पर बैठने का ऐलान किया है। अन्ना ने प्रधानमंत्री को बृहस्पतिवार को लिखे एक पत्र में कहा है कि दिल्ली में अनशन के दौरान आपने एक पत्र लिखकर बताया था कि लोकपाल विधेयक को लेकर आम सहमति बन गई है और शीतकालीन सत्र में इसे पारित करा लिया जाएगा। तब से अब तक अनेक सत्र निकल गए और सरकार ने इस सत्र में भूमि अधिग्रहण, खाद्य सुरक्षा, जेल में बंद होते हुए भी चुनाव लड़ने की अनुमति देने वाले विधेयक सहित कई विधेयक पारित करवा लिए हैं लेकिन जनलोकपाल विधेयक नहीं लाया गया। इससे जाहिर है कि सरकार इस विधेयक को नहीं लाना चाहती। उन्होंने कहा कि मैंने अपना अनशन प्रधानमंत्री के आश्वासन पर भरोसा करके ही तोड़ा था। पर अगर उन्हें पता होता कि उनकी सरकार वादाखिलाफी करेगी तो वह अपना अनशन नहीं तोड़ते। हजारे ने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया कि वह अपने मंत्रिमंडल की बैठक शीघ्र ही बुलाकर राष्ट्रपति के माध्यम से संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक आहूत करें जिसमें जनलोकपाल विधेयक पर र्चचा कराई जाए ताकि वह और हमारी संसद ‘वादाखिलाफी के कलंक’ से बच सके। अन्ना ने कहा कि यदि सरकार विधेयक पारित नहीं कराती है तो वह जनसंसद में जाएंगे और लोगों को बताएंगे कि सरकार ने किस तरह जानबूझकर जनलोकपाल विधेयक को लटकाया है। उन्होंने कहा कि जैसा आंदोलन अगस्त 2011 में रामलीला मैदान में हुआ था वैसा ही आंदोलन अब पूरे देश में होना चाहिए। देश की जनता जागृत हुई है। युवाओं में जागृति है। यही भ्रष्टाचार मुक्त भारत के निर्माण और देश के लिए संघर्ष करने का सही समय है। अन्ना ने कहा कि संसद के आगामी शीतकालीन सत्र के पहले दिन जब रामलीला मैदान में मैं अनशन आरंभ कर दूंगा। एक बार फिर 16 अगस्त 2011 जैसा आंदोलन देश में चौतरफा फैलाना है।

प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में वादाखिलाफी का आरोप लगाया शीतकालीन सत्र के पहले दिन से अनशन पर बैठने की दी चेतावनी

 

From : Rashtriyasahara