शीतकालीन सत्र के पहले दिन अनशन पर बैठूंगाः अन्ना
31 जुलाई, 2013,आज़मगढ़ः वरिष्ठ समाजसेवी अन्ना हज़ारे ने केंद्र सरकार को एक बार फिर से चेतावनी देते हुए कहा कि मानसून सत्र सरकार के पास लोकपाल बिल को पास करने का अंतिम मौका है. यदि केंद्र सरकार लोकपाल बिल को इस सत्र में पास नहीं करती है. तो वह संसद के शीतकालीन सत्र के प्रारंभ होते ही रामलीला मैदान में आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे. संसद द्वारा सेंस ऑफ हाउस पास किए जाने के बाद साल गुजर चुके हैं. लेकिन सरकार ने देश को धोखा दिया है, और सरकार को आगामी लोकसभा चुनावों में इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा.
आज़मगढ में जनसभा को संबोधित करते हुए भारत के पूर्व थल सेनाध्यक्ष जनरल वी के सिंह ने कहा कि हमारे देश के नेता आज भी अंग्रेजों के फूट डालो शासन करो की नीति पर काम कर रहे हैं. नेताओं ने देश को धर्म, जाति,भाषा, क्षेत्र और न जाने किन-किन मसलों के आधार पर बांट दिया है. देश में सेना को किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए बुलाया जाता है. सेना में किसी तरह का भेदभाव नहीं है. प्रत्येक सैनिक केवल देश के लिए सोचता है. उसी तरह देश के हर नागरिक को देश को सर्वोपरि मानते हुए बिना किसी भेदभाव के देश की अखंडता और एकता को बनाए रखने के लिए काम करना चाहिए. जब सारा देश एक होगा तभी भ्रष्टाचार को दूर किया जा सकता था.
अन्ना के सहयोगी और चौथी दुनिया के प्रधान संपादक संतोष भारतीय ने कहा कि देश की आजादी की दूसरी लड़ाई में भाग लेने के लिए आम जनता के साथ-साथ पत्रकारों को भी सामने आना चाहिए. जिस तरह आज़ादी की पहली लड़ाई में वकीलों ने मुख्य भूमिका अदा की थी, ठीक उसी तरह पत्रकारों को आज़ादी की दूसरी लड़ाई में कूद पड़ना चाहिए और भ्रष्टाचार मुक्त भारत के निर्माण में सहयोग करना चाहिए.
जनतंत्र यात्रा पांचवें चरण के नौवें दिन वाराणसी से आजमगढ़ पहुंची. वाराणसी से आज़गढ के बीच कई स्थानों पर अन्ना का जोरदार स्वागत किया गया. अन्ना ने चोलापुर और लालगढ़ में जनसभाओं को संबोधित किया. जैसे ही अन्ना के काफिले ने आज़मगढ़ की सीमा में प्रवेश किया 200 युवाओं ने मोटर सायकिल रैली के रूप में अन्ना के काफिले के साथ तिरंगा झंडा लेकर चलने लगे. यह रैली जनतंत्र यात्रा के काफिले को सभा स्थल तक लेकर पहुंचे जहां हज़ारों की संख्या में उपस्थिल लोगों ने भारत माता की जय जैस नारों के साथ अन्ना का स्वागत किया.
01 अगस्त 2013 को जनतंत्र यात्रा मऊ होते हुए ग़ाजीपुर पहुंचेगी. जहां जनतंत्र यात्रा के पांचवें चरण का विधिवत समापन होगा. यात्रा का छठवां चरण सितंबर माह में बिहार में आयोजित किया जाएगा.