प्रेस रिलीज
समाजसेवी अन्ना हज़ारे और चौथी दुनिया के प्रधान संपादक संतोष भारतीय अगुआई में चल रही जनतंत्र यात्रा का तीसरा चरण उत्तराखंड में 18 मई, शनिवार को जोशीमठ और ब्रदीनाथ पहुंचे. यहां स्थानीय लोगों ने अन्ना हज़ारे और संतोष भारतीय का भव्य स्वागत किया. जोशीमठ में जनसभा को संबोधित करते हुए अन्ना ने कहा कि जनता मौजूदा राजनीतिक व्यवस्था से त्रस्त हो चुकी है, इसीलिए जनतंत्र यात्रा के ज़रिए वे जनता को जागरूक करना चाहते हैं, ताकि आम लोगों को यह एहसास हो कि उनमें जनविरोधी सरकारों को उखाड़ फेंकने की ताक़त है. अन्ना हज़ारे ने स्पष्ट किया कि जनतंत्र मोर्चा चुनावी मैदान में नहीं उतरेगा, लेकिन अगले लोकसभा चुनाव से पहले पूरे देश की जनता को जागरुक बनाने की उनकी मुहिम जारी रहेगी.
अन्ना ने केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि केंद्र सरकार सशक्त जन लोकपाल विधेयक पारित करने में गंभीर नहीं है. इसलिए सिंतबर महीने के पहले सप्ताह में दिल्ली के रामलीला मैदान में जनसंसद आयोजित की जाएगी. अन्ना के मुताबिक़, जन लोकपाल विधेयक और राइट यू रिजेक्ट जैसे मामलों पर जनता को जागरूक और संगठित करने की नितांत ज़रूरी है.
वहीं दूसरी ओर जनतंत्र यात्रा में शामिल चौथी दुनिया के प्रधान संपादक संतोष भारतीय ने कहा कि इस जनतंत्र यात्रा का असल मक़सद है देश की जनता को जागरूक करना, ताकि आम जनता भ्रष्टाचार मुक्त भारत में चैन और सुकून की ज़िंदगी जी सकें. उनके अनुसार, जन लोकपाल विधेयक भ्रष्टाचार के ख़ात्मे में सहायक होगा, लेकिन सरकार इसे लेकर गंभीर नहीं है. उन्होंने युवाओं से अपील किया कि वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हों, क्योंकि अब निर्णायक लड़ाई जनता को ही लड़नी पड़ेगी, क्योंकि मौजूदा राजनेताओं ने लोकतंत्र को मजाक बना दिया है. जनता के बीच से अन्ना हज़ारे जैसे लोग अवाम के अधिकारों की बात करते हैं, तो सरकार उस पर ध्यान नहीं देती. ऐसा करने में राजनेता इसलिए सफल हो रहे हैं कि जनता जागरूक नहीं है. संतोष भारतीय के अनुसार, अब देश को राजनेताओं के हवाले छोड़ना ठीक नहीं है. अगर राजनीतिक दलों के नेता जनविरोधी कार्य कार्य करेंगे, तो उन्हें चौतरफा विरोध का सामना करना पड़ेगा.