प्रधानमंत्री को तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिएः अन्ना
17 जुलाई, इंदौर, अन्ना हज़ारे ने कोयला घोटाले में सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि अब प्रधानमंत्री को तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. वह अब पद पर बने रहने योग्य नहीं रह गए हैं. ज्यादा देर करना उनके लिए ठीक नहीं है. अन्ना हजारे ने मध्यप्रदेश में जनतंत्र यात्रा के चौथे चऱण के समापन के पूर्व इंदौर प्रेस क्लब में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही. इसी दौरान एक सवाल के जवाब में अन्ना ने कहा कि हमारे देश में भी तख्ता पलट जैसी स्थितियां बन रही हैं. हम एक एक कदम उसी दिशा में बढ़ा रहे हैं. हमारे देश के लोगों की सहनशक्ति की सीमा अधिक है. यदि वह सीमा पार हो गई तो कुछ भी हो सकता है. अगर हमने आज नहीं सोचा तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे. हमारे सामने नक्सलवाद जैसी समस्या विकराल रूप लेती दिख रही है. हमारे देश की सरकार समय पर कुछ नहीं करती है. आज देश क्रांति की कग़ार पर आ खड़ा है.
भारत के पूर्व थलसेनाध्यक्ष जनरल वी के सिंह ने जनसभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि देश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए हम सब को एक जुट होना पड़ेगा. हर तरीके के भेदभाव को छोड़कर देश के बारे में सोचना पड़ेगा. तभी हम देश का विकास कर पाएंगे और भारत को विश्वशक्ति के रुप में स्थापित कर पाएंगे.
अन्ना के सहयोगी और चौथी दुनिया के प्रधान संपादक संतोष भारतीय ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार हर कदम पर संविधान की भावना के साथ खिलवाड़ कर रही है और इसके उलट काम कार रही है. लोकतंत्र पार्टीतंत्र और अधिकारी तंत्र में बदल गया है.
मध्यप्रदेश में जनतंत्र यात्रा 5 जुलाई को रीवा से प्रारंभ हुई थी. अंतिम दिन जनतंत्र यात्रा उज्जैन, देवास होते हुए इंदौर पहुंची. इस दौरान रास्ते में जगह जगह पर उनका स्वागत हुआ. मध्यप्रदेश के 23 जिलों में तेरह दिन तक चली जनतंत्र यात्रा ने लगभग 3000 किलोमीटर का सफर तय किया. जनतंत्र यात्रा का पांचवां चरण 23 जुलाई को उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से प्रारंभ होगा और इसका समापन समापन 1 अगस्त को होगा.