सच्चे लोकतंत्र की स्थापना के लिए लोगों को आगे आना पड़ेगाः अन्ना
26 जुलाई 2013, सीतापुर, विश्वविख्यात समाज सेवी अन्ना हजारे के नेतृत्व में चल रही जनतंत्र यात्रा अपने पांचवें चरण के चौथे दिन फर्रुख़ाबाद से चलकर सीतापुर पहुंची. अन्ना हज़ार ने शाहजहांपुर सीतापुर में जनसभाओं को संबोधित किया. अन्ना को सुनने बड़ी संख्या में लोग सभा स्थलों तक पहुंच रहे हैं. जिन रास्तों से जनतंत्र यात्रा गुज़र रही है लोगों का हुजूम अन्ना के दर्शन के लिए और उनके विचार सुनने के लिए उमड़ रहा है.
अन्ना हज़ारे ने सीतापुर में जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस को आड़े हाथ लिया और कहा कि जो लोग यह कहते हैं कि वह पांच रुपये में खाना खा सकते हैं, उन्हें यह साबित करना चाहिए. अन्ना ने गरीबी रेखा को घटाकर गरीबों की संख्या कम बताने की सरकारी कोशिश की निंदा की. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उनके नाम का गलत इस्तेमाल करके कुछ लोग चंदा वसूल रहे हैं. उन्होंने मीडिया और जनता से अपील की है कि अन्ना हजारे के नाम पर चंदा वसूलने वालों का पर्दाफाश करें. आजादी के 65 साल गुज़र जाने के बाद भी आज की सरकार अंग्रेजी हुकूमत की तरह काम कर रही है. सरकार मनमाने ढ़ंग से कानून बनाती है जिसमें जनता की किसी भी तरह की भागीदारी नहीं होती है. आज भी सरकार ठीक उसी तरह कानून बनाती है जैसा अंग्रेजी हुकूमत किया करती थी. देश में सच्चे लोकतंत्र की स्थापना के लिए लोगों को आगे आना पड़ेगा और स्थितियों को बदलना पड़ेगा.
अन्ना के सहयोगी और चौथी दुनिया के प्रधान संपादक संतोष भारतीय ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि देश के ऊपर संविधान की मूलभावनाओं का उलंधन करके शासन किया जा रहा है. सरकार ने संविधान की मर्यादा को ताक पर रख दिया है. संविधान में कहीं भी राजनीतिक दलों के बारे में जिक्र नहीं है. इसके बावजूद आजादी के 66 साल बाद भी राजनीतिक दल देश पर राज कर रहे हैं. यदि देश में सच्चे लोकतंत्र की स्थापना करनी है तो राजनीतिक दलों को देश पर शासन करने से रोकना होगा और जनता के प्रतिनिधियों को संसद में भेजना होगा.