13 April Press Release

प्रेस विज्ञप्ति

समाजसेवी अन्ना हज़ारे की अगुआई में चल रहे जनतंत्र यात्रा का पड़ाव 13 अप्रैल, शनिवार को उत्तर प्रदेश के गुलावटी, बुलंदशहर, दशहरा, खुर्जा, जेवर और गोमत की प्याऊ होते हुए अलीगढ़ पहुंचा. इन सभी जगहों पर स्थानीय लोगों ने अन्ना हज़ारे और जनतंत्र यात्रियों का भव्य स्वागत किया.

अन्ना हज़ारे के साथ इस जनतंत्र यात्रा में पूर्व सेनाध्यक्ष प्रमुख जनरल वीके सिंह, वर्ल्ड सूफ़ी काउंसिल के चेयरमैन सूफ़ी जिलानी कत्ताल और चौथी दुनिया के प्रधान संपादक संतोष भारतीय समेत हज़ारों लोग शामिल है. अन्ना हज़ारे ने बुलंदशहर और अलीगढ़ में सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए दोहराया कि भ्रष्टाचार से निपटने के लिए सशक्त जनलोकपाल क़ानून की सख्त ज़रूरत है. केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि सरकार नहीं चाहती हा कि देश में भ्रष्टाचार का ख़ात्मा हो. अगर सरकार की मंशा सही रहती तो वह अभी तक इस क़ानून को सर्वसम्मति से पास कर सकती थी, लेकिन उसकी नीयत में खोट है.

अन्ना हज़ारे ने लोगों से अपील किया कि वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हों, क्योंकि अब निर्णायक लड़ाई जनता को ही लड़नी पड़ेगी. अन्ना हज़ारे ने कहा कि इस जनतंत्र यात्रा का मक़सद देश के लोगों को जागरूक करना है, ताकि जनता अपने अधिकारों के प्रति सजग हो. अन्ना के अनुसार, अगर पांच महीनों के भीतर सरकार सशक्त जनलोकपाल क़ानून नहीं पारित करेगी, तो उसके बाद दिल्ली में जन संसद आयोजित की जाएगी.

जनतंत्र यात्रा में शामिल पूर्व सेना अध्यक्ष जनरल वीके सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि मौजूदा राजनेताओं ने लोकतंत्र को मजाक बना दिया है. जनता के बीच से अन्ना हज़ारे जैसे लोग अवाम के अधिकारों की बात करते हैं, तो सरकार उस पर ध्यान नहीं देती. ऐसा करने में राजनेता इसलिए सफल हो रहे हैं कि जनता जागरूक नहीं है. जनरल सिंह के अनुसार, अब देश को राजनेताओं के हवाले छोड़ना ठीक नहीं है. अगर राजनीतिक दलों के नेता जनविरोधी कार्य कार्य करेंगे, तो उन्हें चौतरफा विरोध का सामना करना पड़ेगा. इस मौक़े पर वर्ल्ड सूफ़ी काउंसिल के चेयरमैन सूफ़ी जिलानी कत्ताल ने कहा कि अन्ना हज़ारे जनकल्याण के लिए जनतंत्र यात्रा कर रहे हैं. अगर देश की युवा पीढ़ी जागरूक हो जाएं, तो मुल्क की तस्वीर बदल जाएगी.