Press Release 16 April

प्रेस विज्ञप्ति

समाजसेवी अन्ना हज़ारे, पूर्व सेना अध्यक्ष जनरल वीके सिंह, वर्ल्ड सूफ़ी काउंसिल के चेयरमैन सूफ़ी जिलानी कत्ताल और चौथी दुनिया के प्रधान संपादक संतोष भारतीय की अगुआई में चल रही जनतंत्र यात्रा का पहला चरण आज उत्तराखंड के देहरादून में संपन्न हुआ. ग़ौरतलब है कि देश में व्यवस्था परिवर्तन और सशक्त जनलोकपाल विधेयक की मांग साथ ही महंगाई और भ्रष्टाचार से त्रस्त जनता को मुक्ति दिलाने के लिए अन्ना हज़ारे ने 31 मार्च को अमृतसर से अपनी जनतंत्र यात्रा की शुरूआत की. इस दौरान पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में उन्होंने सैकड़ों जनसभाएं की और लोगों को देशहित के लिए आगे आने की अपील की.

16 अप्रैल मंगलवार को अन्ना हज़ारे, जनरल वीके सिंह, वर्ल्ड सूफी काउंसिल के चेयरमैन सूफ़ी जिलानी कत्ताल और संतोष भारतीय हज़ारों की संख्या में अपने जनतंत्र यात्रियों के साथ उत्तराखंड के रुड़की, मोहंड होते हुए देहरादून पहुंचे. देहरादून पहुंचे के साथ ही अन्ना हज़ारे की अगुआई में चल रही 17 दिनों की यह जनतंत्र यात्रा ख़त्म हो गई. इस मौक़े पर देहरादून में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में अन्ना हज़ारे और पूर्व सैन्य प्रमुख जनरल वीके सिंह ने कहा कि 17 दिनों की यह जनतंत्र यात्रा पूरी तरह सफल रही. पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में लाखों लोग इस जनतंत्र यात्रा से जुड़े और उन्होंने देशहित में आगे आने का संकल्प लिया. इस पत्रकार वार्ता में अन्ना हज़ारे ने घोषणा करते हुए कहा कि जनतंत्र यात्रा का दूसरा चरण आगामी 5 मई से उत्तराखंड से ही शुरू होगा.

इस मौक़े पर जनरल वीके सिंह ने पत्रकारों को बताया कि जनतंत्र यात्रा की कामयाबी से हम लोग संतुष्ट हैं, क्योंकि हम लोगों ने जो उम्मीद की थी, उससे कहीं सफलता और लोगों का रिस्पांस पूरी यात्रा के दौरान देखने को मिला. जनरल सिंह ने कहा कि इसे अन्ना हज़ारे के प्रति देश के लोगों का आदर-भाव ही कहा जाएगा कि उनकी एक झलक पाने और उनकी बातें सुनने के हजारों संख्या में लोग रात 1 बजे तक इंतजार करते थे.

अन्ना हजारे ने दोहराया कि जनतंत्र यात्रा का मक़सद देश के लोगों को जागरूक करना है, ताकि वे अपने अधिकारों के प्रति सजग हों. उन्होंने कहा कि भारत के लोगों को अब दूसरी और निर्णायक लड़ाई लड़ने के लिए तैयार होना होगा, क्योंकि गोरे लोग चले गए, लेकिन ये स्वदेशी अंग्रेज हिंदुस्तान को लूटने में लगे हुए हैं. सरकार की गलत नीतियों से किसान, मज़दूर, छात्र और नौजवान आज परेशान है, लेकिन नेता और मंत्री घोटालों को अंजाम दे रहे हैं. कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है, जहां भ्रष्टाचार व्याप्त नहीं है. उन्होंने इस व्यवस्था को बदलने की बात कहते हुए केंद्र सरकार को चेतावनी दी कि अगर सरकार पांच महीनों के भीतर सशक्त जनलोकपाल कानून नहीं पारित करती साथ ही देशव्यापी भ्रष्टाचार पर अंकुश नहीं लगाएगी, तो राजधानी दिल्ली में जन संसद का आयोजन किया जाएगा. यह जन संसद केंद्र सरकार के लिए एक चुनौती साबित होगा, क्योंकि इसमें हिस्सा लेने के लिए देश भर से लाखों लोग दिल्ली आएंगे.

उल्लेखनीय है कि अन्ना हज़ारे के नेतृत्व में शुरू इस जनतंत्र यात्रा में हज़ारों लोग शामिल हुए और आज देहरादून में उनकी यात्रा खत्म होने के समय भी हजारों लोग अन्ना हज़ारे और उनकी जनतंत्र यात्रा में शामिल लोगों का भव्य स्वागत किया.