9 April Press Release

प्रेस विज्ञप्ति

समाजसेवी अन्ना हज़ारे की अगुआई में चल रहे जनतंत्र यात्रा का पड़ाव 9 अप्रैल, मंगलवार को हरियाणा के धारूहेड़ा, भिवाड़ी, तराऊ, नूंह और सोहणा होते हुए गुड़गांव पहुंचा.

अन्ना हज़ारे के साथ इस जनतंत्र यात्रा में पूर्व सैन्य प्रमुख जनरल वीके सिंह, वर्ल्ड सूफ़ी काउंसिल के चेयरमैन मौलाना सूफ़ी जिलानी कत्ताल और चौथी दुनिया के प्रधान संपादक संतोष भारतीय समेत हज़ारों लोग शामिल है. अन्ना हज़ारे ने जनतंत्र यात्रा के दौरान भिवाड़ी और गुड़गांव में विशाल जनसभा को संबोधित किया. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि देशव्यापी भ्रष्टाचार, महंगाई और ग़ैर बराबरी की वजह से आम लोगों का जीना मुहाल हो गया है. राजनीति को राजनेताओं ने अपना उपक्रम बना लिया है. ऐसे में कल्याणकारी बातें करना बेमानी है, लेकिन जनता को अब इसका प्रतिकार करना चाहिए. जनता मालिक है, उसके पास असीम शक्ति है, बस उस शक्ति को पहचानने की जरूरत है. अन्ना हज़ारे के मुताबिक सशक्त जन लोकपाल क़ानून बनने से भ्रष्टाचार निश्चित रूप से ख़त्म होगा, लेकिन केंद्र सरकार इसे लेकर गंभीर नहीं है. उन्होंने नौजवानों से आह्वान किया कि देश को उनकी ज़रूरत है, इसलिए उन्हें आगे आना चाहिए.

वहीं दूसरी ओर जनतंत्र यात्रा में शामिल पूर्व सेना अध्यक्ष जनरल वीके सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि भ्रष्टाचार और महंगाई सरकार की ग़लत नीतियों की देन है. जनरल सिंह के अनुसार, देश में सबसे खराब हालत किसानों की है. किसानों को न तो उनकी फ़सल की सही क़ीमत मिल रही है और न ही उन्हें अन्य सुविधाएं. विकास के नाम पर किए जा रहे भूमि अधिग्रहण के बारे उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को कंगाल बनाकर पूंजीपतियों को फ़ायदा पहुंचाने का काम कर रही है.

जनसभा को संबोधित करते हुए वर्ल्ड सूफ़ी काउंसिल के चेयरमैन मौलाना सूफ़ी जिलानी कत्ताल ने कहा कि अन्ना हज़ारे अवाम के बीच जो अलख जगा रहे हैं, उसकी जितनी तारीफ़ की जाए वह कम है. मौलाना जिलानी के अनुसार, अन्ना हज़ारे देश के नौजवानों, किसानों, मज़दूरों और आम अवाम की लड़ाई लड़ रहे हैं. उल्लेखनीय है कि समाजसेवी अन्ना हज़ारे की अगुआई में चल रही इस जनतंत्र यात्रा जिस होकर गुज़र रही है, वहां हज़ारों की तादाद में लोग उनका स्वागत और अभिनंदन कर रहे हैं.

जनसभा को संबोधित करते हुए वर्ल्ड सूफ़ी काउंसिल के चेयरमैन मौलाना सूफ़ी जिलानी कत्ताल ने कहा कि यह मुल्क मेहनतकश किसानों और मज़दूरों का है, लेकिन गुरबत के शिकार यही दो वर्ग हैं. मौलाना जिलानी के अनुसार, अन्ना हज़ारे मुल्क के आम अवाम की लड़ाई लड़ रहे हैं, इसलिए लोगों को चाहिए कि वे अन्ना के साथ मिलकर इस तहरीक को कामयाब बनाएं.  उल्लेखनीय है कि समाजसेवी अन्ना हज़ारे की अगुआई में चल रही इस जनतंत्र यात्रा में लोगों की काफी भीड़ देखी जा रही है.