Press Release

रिश्वत लेकर वोट करना देशद्रोह हैः अन्ना


30 जुलाई, 2013,वाराणसी
, वरिष्ठ समाज सेवक अन्ना हजारे ने वाराणसी में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि देखा जाये तो आज हमारे देश मे जनतंत्र है ही नहीं,  क्योंकि व्यवस्था पर सरकारी अधिकारियों और राजनीतिक नेताओं ने कब्जा कर लिया है. आम आदमी की बात कहीं सुनी नहीं जा रही है. देश की आम जनता  भ्रष्टाचार और मंहगाई से परेशान हो चुकी है. देश में दिनों दिन बढ़ती मंहगाई की जड़ भ्रष्टाचार है. जनतंत्र की कुंजी आम जनता के हाथ में है, वह जिस दिन अपने वोट का सही उपयोग करने लगेगी और साफ छवि के ईमानदार उम्मीदवारों को चुनने लगेगी. देश में सही अर्थों में जनतंत्र आ जायेगा. रिश्वत लेकर वोट करना देशद्रोह है. हमें अपने वोट की अहमियत समझनी होगी और सही और योग्य व्यक्ति के लिए मतदान करना होगा.

अन्ना ने यह भी कहा कि कुछ लोग उनके नाम पर जनतंत्र यात्रा के नाम पर अवैध रुप से चंदा वसूली कर रहे हैं. इस तरह चंदा वसूली करने वालों का जनतंत्र मोर्चे से कोई सरोकार नहीं है. उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि यदि कोई भी व्यक्ति मेरे नाम से चंदा वसूली करता है तो उन्हें जरूर सूचित करें.ताकि ऐसे लोगों के खिलाफ कार्यवाही की जा सके.

पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वी के सिंह ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि देश का देश में जब कभी अपात स्थितियां खड़ी होती हैं तब-तब सेना को याद किया जाता है. आज देश एक ऐसे मोड़ पर खड़ा है जहां भ्रष्टाचार अपने चरम पर है. इस समस्या को जड़ से मिटाने के लिए हमें एक होकर सेना की तरह काम करना होगा. ताकि हम भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों को देश से दूर भगा सकें.

चौथी दुनिया के प्रधान संपादक संतोष भारतीय ने कहा कि बाबा अंबेडकर ने संविधान सभा में दिए अपने अंतिम भाषण में कहा था कि भारत का सविधान दुनिया का सबसे अच्छा संविधान है, लेकिन मुझे यह नहीं मालूम है कि भविष्य में राजनीतिक दल इसका क्या हाल करेंगे. बाबा साहब की भविष्यवाणी आज सही साबित हो रही है. राजनीतिक दलों ने संविधान की मूल भावना को ताक पर रख दिया हैं. एक लोक कल्याणकारी राज्य की परिकल्पना को धवस्त कर  व्यापरियों और उद्योगपतियों के लिए काम कर रही हैं.

आज जनतंत्र यात्रा जौनपुर से चलकर वाराणसी पहुंची. रास्ते में अन्ना का कई जगहों पर स्वागत हुआ. कई जगहों पर स्कूली बच्चों ने अन्ना का अभिवादन किया. अन्ना ने वाराणसी में वाराणसी की बॉर काउंसिल के कार्यक्रम में हिस्सा लिया. उनके साथ इस कार्यक्रम में पूर्व थल सेनाध्यक्ष जनरल वी के सिंह और चौथी दुनिया के प्रधान संपादक संतोष भारतीय भी शामिल हुए.