Press Release 24 May

 प्रेस रिलीज

24 मई, 2013

समाजसेवी अन्ना हज़ारे और चौथी दुनिया के प्रधान संपादक संतोष भारतीय की अगुआई में चल रही जनतंत्र यात्रा का तीसरा चरण 24  मई शुक्रवार को हलद्वानी और रूद्रपुर की विशाल जनसभा के साथ संपन्न हो गया.

हलद्वानी में सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए अन्ना हज़ारे ने कहा कि उनकी जनतंत्र यात्रा व्यवस्था परिवर्तन के लिए हो रही है, क्योंकि मौजूदा सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है. उनके अनुसार, देश में महंगाई, भ्रष्टाचार की वजह से आम लोगों का जीना दुश्वार हो गया है, लेकिन केंद्र सरकार को इससे कोई सरोकार नहीं है. अन्ना के अनुसार, दलीय व्यवस्था और राजनेताओं ने जनता की भलाई करने की बजाय अपना भला किया. उन्होंने नौजवानों से संयमित और अनुशासित जीवन जीने को कहा, ताकि देश उनकी ऊर्जा का सही इस्तेमाल कर सके. अन्ना हजारे ने दोहराया कि जनतंत्र यात्रा का मक़सद देश के लोगों को जागरूक करना है, ताकि वे अपने अधिकारों के प्रति सजग हों. उन्होंने कहा कि भारत के लोगों को अब दूसरी और निर्णायक लड़ाई लड़ने के लिए तैयार होना होगा, क्योंकि गोरे लोग चले गए, लेकिन ये स्वदेशी अंग्रेज हिंदुस्तान को लूटने में लगे हुए हैं. सरकार की गलत नीतियों से किसान, मज़दूर, छात्र और नौजवान आज परेशान है, लेकिन नेता और मंत्री घोटालों को अंजाम दे रहे हैं. कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है, जहां भ्रष्टाचार व्याप्त नहीं है. उन्होंने इस व्यवस्था को बदलने की बात कहते हुए केंद्र सरकार को चेतावनी दी कि अगर सरकार पांच महीनों के भीतर सशक्त जनलोकपाल कानून नहीं पारित करती साथ ही देशव्यापी भ्रष्टाचार पर अंकुश नहीं लगाएगी, तो राजधानी दिल्ली में जन संसद का आयोजन किया जाएगा. यह जन संसद केंद्र सरकार के लिए एक चुनौती साबित होगा, क्योंकि इसमें हिस्सा लेने के लिए देश भर से लाखों लोग दिल्ली आएंगे.   वहीं इस मौक़े पर चौथी दुनिया के प्रधान संपादक संतोष भारतीय ने कहा कि देश में किसानों,नौजवानों, मज़दूरों और नौकरीपेशा लोगों की तकलीफ़ों से मौजूदा सरकारों को कोई मतलब नहीं है. उनके अनुसार, आम लोगों की तकलीफ़े अन्ना हजारे ही दूर कर सकते हैं, इसलिए नौजवानों को अपने जीवन का कम से कम एक साल अन्ना हजारे को जरूर देना चाहिए. उनके अनुसार, अन्ना हज़ारे भारत की यात्रा कर देश के नौजवानों को जगाने का काम कर रहे हैं. वे ऐसा इसलिए कर रहे हैं कि मुल्क को भ्रष्ट नेताओं से मुक्ति मिल सके. उनके जीवन का एक ही लक्ष्य है भारत की बेहतरी करना. इसलिए अन्ना हजारे पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान होते हुए वीरों की भूमि उत्तराखंड पहुंचे हैं. उल्लेखनीय है कि अन्ना हजारे 31 मार्च से जनतंत्र यात्रा पर हैं.