Press Release 30/03/2013

प्रेस रिलीज

समाजसेवी अन्ना हजारे ने केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर पांच महीने के भीतर सरकार सशक्त जन लोकपाल विधेयक पारित नहीं करती, तो उसके बाद जन संसद आयोजित की जाएगी. अन्ना हजारे ने ये बातें शनिवार, 30 मार्च को अमृतसर सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में कही. इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि देश के लोगों को बताना है कि वे मालिक हैं और सत्ता में जो लोग बैठे हैं, वे जनता के सेवक हैं. उनकी यह यात्रा डेढ़ साल तक लगातार चलती रहेगी, जब तक कि लोगों को भलीभांति जागरुक न कर दिया जाए.

इस प्रेस वार्ता में पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह, वर्ल्ड सूफ़ी काउंसिल के चेयरमैन मौलाना सूफी जिलानी कत्ताल, चौथी दुनिया के प्रधान संपादक संतोष भारतीय समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे. प्रेस वार्ता संपन्न होने के बाद अन्ना हज़ारे, जनरल वीके सिंह, मौलाना सूफी जिलानी कत्ताल और संतोष भारतीय जनतंत्र मोर्चा के कार्यकर्ताओं के साथ रामतीर्थ स्थित प्राचीन बाल्मिकी आश्रम भी पहुंचे. हिंदू मतावलंबियों का मानना है कि त्रेतायुग में भगवान श्रीराम के पुत्र लव, कुश ने अपनी मां सीता के साथ यहां बचपन गुजारा था.

ग़ौरतलब है कि अन्ना हज़ारे अमृतसर से अपनी जनतंत्र यात्रा की शुरुआत 31 मार्च, रविवार से करेंगे. शनिवार को अमृतसर पहुंचने से पहले अन्ना का अंबाला, लुधियाना, जालंधर, भगवाड़ा, ब्यास और अमृतसर में जनतंत्र मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने अन्ना का ज़ोरदार स्वागत किया और उनके समर्थन में नारेबाजी भी की.

उल्लेखनीय है कि जनतंत्र यात्रा का पहला चरण पंजाब के अमृतसर से 31 मार्च को शुरू होकर 17 अप्रैल को उत्तराखंड के हरिद्वार में समाप्त होगा। अन्ना हजारे की इस यात्रा का मक़सद जनलोकपाल विधेयक की मांग और व्यवस्था परिवर्तन के लिए देश के लोगों को जागृत करना है.