Press Release |
|||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
देश में लोकतंत्र नहीं पार्टीतंत्र हैः अन्ना 15 जुलाई, गुना. मध्य प्रदेश में जैसे-जैसे जनतंत्र यात्रा अपने अंतिम दौर में पहुंच रही है अन्ना हज़ारे का रुख आक्रामक होता जा रहा है. अन्ना ने ग्वालियर चंबल संभाग में अपनी यात्रा के दौरान कहा कि देश में प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और राष्ट्रपति जैसे संवैधानिक पदों पर किसी भी व्यक्ति का चुनाव सीधे जनता द्वारा किया जाना चाहिए. इससे चुना गए व्यक्ति सीधे तौर पर जनता के प्रति उत्तरदायी होंगे. आज जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधि जनता के प्रति कम और पार्टी के प्रति ज्यादा उत्तरदायी होते हैं. उन्हें जनता के रुख से की लेना देना नहीं होता. जैसा पार्टी सुप्रीमो का आदेश होता है वह उसी अनुसार काम करते हैं और अपना वोट देते हैं. देश में लोकतंत्र नहीं पार्टीतंत्र है. ग्वालियर में रानी लक्ष्मीबाई और शिवपुरी में तात्या टोप्पे की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित करते ने के बाद पूर्व थल सेनाध्यक्ष जनरल वी के सिंह ने कहा कि देश आज बहुत ही नाजुक दौर पर आ खड़ा हुआ है. हमें उन सभी के त्याग और बलिदान को याद करना होगा जिन्हों ने देश को आजाद कराने के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी. ये आजादी की दूसरी लड़ाई है हम सभी को बिना किसी भेदभाव के देश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए एक जुट होकर काम करना होगा. तभी हम भारत को विश्वशक्ति बनता देख सकेंगे. अन्ना के सहयोगी और चौथी दुनिया के प्रधान संपादक संतोष भारतीय ने कहा कि भारत के संविधान निर्माताओं ने एक लोक कल्याणकारी राज्य की परिकल्पना की थी लेकिन आज राजनीतिक दलों ने संविधान की मूल भावना को दरकिनार कर दिया है. सरकारें जल, जंगल और ज़मीन को कौड़ियों के भाव निजी कंपनियों को दे रही हैं. मध्यप्रदेश में जनतंत्र यात्रा के संयोजक और आंदोलनकारी डॉ सुनीलम ने शिवपुरी में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जिन लोगों ने रानी लक्ष्मीबाई और तात्या टोप्पे जैसे देशभक्तों को धोखा दिया था वही लोग आज देश की सत्ता पर क़ाबिज़ हैं. हमें ऐसे लोगों को सत्ता के गलियारों से दूर करना होगा तभी देश में सही लोकतंत्र की स्थापना हो सकेगी. जनतंत्र यात्रा मध्यप्रदेश में अपने अंतिम दौर में पहुंच चुकी है. बारिश होने के बावजूद लोग बड़ी संख्या में अन्ना हज़ारे और उनके सहयोगियों को सुनने सभा स्थलों तक पहुंच रही हैं. मध्य प्रदेश में जनतंत्र यात्रा का समापन 17 जुलाई को इंदौर में होगा. एस दौरान यह यात्रा प्रदेश के 23 जिलों से हेकर गुज़रेगी. 16 जुलाई को जनतंत्र यात्रा बीनागंज, ब्यावरा होते हुए शाजापुर पहुंचेगी. इस दौरान अन्ना कई जगहों पर जनसभाओं को भी संबोधित करेंगे. |
|||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Press Release |
|||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
प्रेस रिलीज
10 जुलाई, होशंगाबाद, मध्यप्रदेश में जनतंत्र यात्रा के छठवें दिन अन्ना हजारे ने देश में किसानों की दयनीय हालत के लिए केंद्र सरकार और उसकी नीतियों को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि मेरा पहला लक्ष्य जनलोकपाल बिल पास करवाना है. इसके बाद मैं देश के किसानों के लिए काम करूंगा. इसके लिए देश में बिखरे पड़े किसान संगठनों को एक मंच पर लेकर आउंगा और किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए एक देशव्यापी आदोलन की शुरुआत करूंगा. भले ही भारत में किसान विभिन्न प्रांतों और गांवों में रहते हों लेकिन उनकी समस्याओं की जड़ एक ही है और उनकी समसमस्याएं भी लगभग एक जैसी ही हैं. जिनका समाधान करना बहुत जरूरी हो गया है. किसानों की जमीन को सरकारें जबरजस्ती छीनकर व्यावसायिक घरानों को दे रही हैं. किसान की एक इंच भी जमीन किसान और ग्राम सभा की सहमति के बिना अधिग्रहित नहीं की जानी चाहिए. साथ ही किसानों को उनके उत्पाद का लाभकारी मूल्य दिया जाना चाहिए. माल खाए मदारी और नाच करे बंदर हम ऐसा हरगिज नहीं होने देंगे. अन्ना के सहयोगी और चौथी दुनिया के प्रधान संपादक संतोष भारतीय ने कहा कि हमारे देश में किसान का बेटा ही पुलिस में जाता है वही फौज में जाता है. सरकारें उन्हीं के हाथों में लाठी और बंदूक देकर अपनों के हाथों अपनों पर अत्याचार करा रही हैं. अगर सरकारें किसानों के साथ ऐसा दुर्व्यवहार करती रहीं तो सरकार का तो वह दिन दूर नहीं जब ये सभी एक साथ सरकारों के खिलाफ उठ खड़े हों. मध्यप्रदेश में जनतंत्र यात्रा छठवें दिन बैतूल से इटारसी होते हुए होशंगाबाद पहुंची. लगातार बारिश होने के बावजूद अन्ना को सुनने हजारों की संख्या में लोग सभा स्थलों तक लोग पहुंच रहे हैं. 11 जुलाई को जनतंत्र यात्रा मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल पहुंचेगी. भोपाल में अन्ना जनसभा के अलावा अन्य कई कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे. मध्यप्रदेश में जनतंत्र यात्रा का समापन 17 जुलाई को इंदौरं में होगा. इस दौरान अन्ना लगभग साठ जनसभाओं को संबोधित करेंगे. जनतंत्र यात्रा मध्य प्रदेश के 23 जिलों से होकर गुजरेगी |
|||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Press Relaese 6 july 2013 |
|||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
प्रेस रिलीज 6 जुलाई, सीधी. मध्यप्रदेश में जनतंत्र यात्रा के दूसरे दिन भी अन्ना हजारे ने अपना आक्रामक रुख बरकरार रखते हुए कहा कि सारी राजनीतिक पार्टियां एक जैसी हैं देश में अब केवल सत्ता बदलने से काम नहीं चलेगा पूरी व्यवस्था में बदलाव की अवश्कत्ता है. वह संपूर्ण व्यवस्था परिवर्तन के लक्ष्य को लेकर ही लोगों के बीच जा रहे हैं. उनका उद्धेश्य लोगों को जागरूक करना है. उनका पहला लक्ष्य जनलोकपाल बिल संसद से पास करवाना है. इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर बिल पास न होने की स्थिति में दोबोरा अनशन पर बैठने की चेतावनी दी है. सरकार अपने वादे से मुकरी है और उसे इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे. मध्य प्रदेश में अन्ना हज़ारे की चल रही जनतंत्र यात्रा दूसरे दिन रीवा से चलकर सीधी पहुंची. इस दौरान अन्ना हजारे ने हत्था, रामपुर, गुंजरेड़, पोस्ता, हनुमानगढ़ सेमरिया, बड़ौरा और सीधी में जनसभाओं को संबोधित किया.अन्ना ने जब अपने काफिले के साथ सीधी की सीमा में प्रवेश किया तो सैकड़ों की संख्या में युवाओं ने मोटरसायकल रैली के रूप में अन्ना की अगवानी की. जैसे ही काफिले ने शहर में प्रवेश किया तब ऐसा लग रहा था कि सारा शहर अन्ना के स्वागत के लिए सड़क पर उतर आया हो. अन्ना हजारे के सहयोगी और चौथी दुनिया के प्रधान संपादक संतोष भारतीय ने सीधी में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि देश में फैले भ्रष्टाचार की वजह से लोगों का जीना मुश्किल हो गया है. आए दिन केंद्र सरकार के नए नए घोटाले सामने आ रहे हैं. सरकार ने संविधान में लोककल्याणकारी राज्य की अवधारणा को दरकिनार कर दिया है. सरकारें औद्योगिक घरानों के एजेंट के रूप में काम कर रही हैं. जल, जंगल, जमीन को उन्हें कौड़ियों के भाव में दे रही है. राजनीतिक दल असंवैधानिक रूप से देश पर शासन कर रहे हैं. जनंतत्र यात्रा के मध्यप्रदेश के संयोजक और आंदोलनकारी डॉ सुनीलम ने कहा कि. अन्ना का रामलीला मैदान का आंदोलन उन लोगों के लिए करारा जवाब था जिन्हें यह लगता था कि देश के लोग सोए हुए हैं जैसे चाहें उनपर शासन कर लीजिए. लेकिन लोगों ने उस आदोंलन में बड़ी संख्या में भाग लेकर सरकार और राजनीतिक दलों को यह बता दिया कि कुशल नेतृत्व के अभाव में वो सोए हुए थे. अन्ना ने देश के लोगों को कुशल नेतृत्व दिया है और भ्रष्टाचार के खिलाफ इनके दिलों में अलख जगाई है हमें उसे अपने दिलों में जगने देना होगा. लोकतंत्र में जनप्रतिनिधि नौकर हैं और जनता मालिक है. |
|||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Press Release |
|||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
प्रेस रिलीज समाज सेवी अन्ना हज़ारे की जनतंत्र यात्रा का चौथा चरण आज मध्यप्रदेश में प्रारंभ हुआ. अन्ना आज सुबह प्रयागराज एक्सप्रेस से इलाहाबाद पहुंचे. इलाहाबाद से चलकर उन्होंने सड़क मार्ग से मध्य प्रदेश में प्रवेश किया. मध्यप्रदेश की सीमा में प्रवेश करते ही समर्थकों ने अन्ना हजारे का जोरदार स्वागत किया. चाकघाट से रीवा के बीच उन्होंने त्योंथर, मनगवां और रायपुर करचुलियान में जनसभाओं को संबोधित किया. इन जनसभाओं में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे साथ ही लोगों ने रास्ते भर उन्हें रोक-रोक कर उनका स्वागत और अभिनंदन किया और उन्हें फूल व मालाएं भेंट कीं. अन्ना के सहयोगी और चौथी दुनिया के प्रधान संपादक संतोष भारतीय ने लोगों को संबोधित करते हुए आहवान किया कि गांधीजी के 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन की तरह करने या मरने का वक्त आ गया है. इसके लिए अन्ना जी को आपका सहयोग चाहिए. यदि हम भ्रष्टाचार को अभी खत्म नहीं कर सके तो कभी नहीं कर पाएंगे. सरकार के साथ असहयोग करने के का वक्त आ गया है. उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल अलोकतांत्रिक तरीके से देश के ऊपर शासन कर रहे हैं. संविधान में राजनीतिक दल शब्द का जिक्र नहीं है वहां जनप्रतिनिधि शब्द है. लेकिन संसद में जाने वाले लोग पार्टी प्रतिनिधि के रूप में काम कर रहे हैं. लोगों की इच्छाओं को दरकिनार किया जा रहा है. वहीं अन्ना हजारे के सहयोगी व आंदोलनकारी डा. सुनीलम ने कहा कि अन्ना के मध्य प्रदेश के लोगों को वो फार्मूला बताना चाहिए जिसके जरिए उन्होंने महाराष्ट्र में छह मंत्रियों का विकेट गिराया था ताकि मध्य प्रदेश के तेरह दागी मंत्रियों के विकेट लिया जा सके. जिनके खिलाफ लोकायुक्त के पास मुक़दमें दर्ज हैं. मध्य प्रदेश में अन्ना हजारे की जनतंत्र यात्रा रीवा से शुरु होकर 6 तारीख को सीधी पहुंचेगी. इस दौरान अन्ना कई जनसभाओं को संबोधित करेंगे. अन्ना की जनतंत्र यात्रा का चौथा चरण 17 जुलाई को इंदौर में सामाप्त होगा. मध्यप्रदेश में जनतंत्र यात्रा का कार्यक्रम संलग्न http://jantantramorcha.org/jantantra-yatra-route/ |
|||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
प्रेस रिलीज |
|||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
प्रेस रिलीज
23 जून,2013 को उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से प्रारंभ होने वाली जनतंत्र यात्रा श्री अन्ना हज़ारे के स्वास्थ्य और उत्तराखंड में आई प्राकृतिक आपदा को देखते हुए स्थगित कर दी गई है. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जनतंत्र यात्रा 23 जून को मुरादाबाद से प्रारंभ होकर 4 जुलाई को 2013 को इलाहाबाद में समाप्त होनी थी. अब यात्रा अपने चौथे चरण में मध्यप्रदेश पहुंचेगी. मध्यप्रदेश में यात्रा 5 जुलाई 2013 को रीवा से प्रारंभ होकर 17 जुलाई 2013 को इंदौर में समाप्त होगी. इसके बाद यात्रा का पांचवां चरण उत्तर प्रदेश में होगा. उत्तर प्रदेश में यात्रा के पांचवें चरण का आगाज 23 जुलाई 2013 को मुरादाबाद से होगा. इस दौरान जनतंत्र यात्रा रामपुर, बरेली, बदायूं, फर्रुख़ाबाद, शाहजहांपुर, सीतापुर, बहराइच, गोंडा, फैज़ाबाद, जौनपुर आज़मगढ़ और वाराणसी होते हुए 03 अगस्त को बलिया पहुंचेगी. यात्रा का नया कार्यक्रम इस प्रकार है
|
|||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
जनतंत्र मोर्चा कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर |
|||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
प्रेस रिलीज जनतंत्र मोर्चा ने अन्ना हजारे को जनतंत्र यात्रा के दौरान अपने जीवन का एक साल देने वाले कार्यकर्ताओं के लिए पहले प्रशिक्षण शिविर का आयोजन 09 से 12 जून के बीच ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन में किया. हिमालय की गोद में बसे इस आश्रम में प्रशिक्षण लेने पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, मध्यप्रदेश समेत विभिन्न प्रदेशों के लगभग 250 चुने गए कार्यकर्ता पहुंचे. शिविर में कई महिलाएं भी शामिल थीं. इन कार्यकर्ताओं की मानसिकता को समझने के उद्देश्य से उन्हें शिविर में शामिल होने से पहले व्यवस्था परिवर्तन पर एक लेख लिखने के लिए कहा गया था. इस शिविर में उन लोगों को शामिल होने की अनुमति नहीं थी जो किसी राजनीतिक दल का सदस्य हो, धर्म और जाति के आधार पर लोगों में भेद करते हों और जो लोग अन्ना के विचारों से सहमत नहीं हैं. 09 जून को गंगा आरती के साथ दीप प्रज्जवलित कर प्रशिक्षण शिविर की औपचारिक शुरूआत की गई. 10 जून को अन्ना ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रशिक्षण की शुरूआत की. प्रशिक्षण के पहले सत्र में डॉ मनीष कुमार ने कार्यकर्ताओं को बताया कि अन्ना का आंदोलन आजादी की दूसरी लड़ाई क्यों है ? आजादी की लड़ाई और व्यवस्था परिवर्तन की इस लड़ाई में क्या समानताएं हैं. इसे आजादी की दूसरी लड़ाई कहना क्यों सही है. उन्होंने बताया कि देश आज भी अंग्रेजों के बनाए उन्हीं कानूनों और दमनकारी नीतियों के भरोसे चल रहा है जिनका उपयोग अंग्रेजी हुकूमत देश पर राज करने और लोगों का शोषण करने के लिए करती थी. कैसे देश के राजनीतिज्ञों ने संविधान की भावना को दरकिनार करते हुए शासन किया जा रहा है. पहले दिन के दूसरे सत्र में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए चौथी दुनिया के प्रधान संपादक और अन्ना के सहयोगी संतोष भारतीय ने कहा कि देश के राजनीतिक दल संविधान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. किस तरह लोक कल्याणकारी राज्य की अवधारणा को दरकिनार कर दिया गया है. सरकारें व्यवसायिक घरानों के एजेंट की तरह काम कर रही हैं. दोनों सत्रों को दौरान कार्यकर्ताओं को छोटे छोटे गुटों में बांट दिया गया और उन्हें संबंधित विषयों पर विचार-विमर्श करने को कहा गया. इस दौरान अन्ना लोगों के बीच जाकर बैठ गए और उनके विचारों को गौर से सुना. शिविर के तीसरे दिन दूसरे दिन कार्यकर्ताओं को जनतंत्र मोर्चा के नीति मसौदे और 25 सूत्रीय कार्यक्रम से रूबरू कराया गया. उन्हें एक एक बिंदु को देश में कैसे लागू किया जा सकता है. किस तरह एक साल के अंदर 25 सूत्रीय कार्यक्रम को लागू करके देश में संपूर्ण व्यवस्था परिवर्तन किया जा सकता है. इन कार्यक्रमों को लागू करके देश में व्यापक पैमाने पर सकारात्मक बदलाव किया जा सकता है. कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अन्ना ने कहा कि संविधान में कहीं भी पार्टी शब्द का उपयोग नहीं है इसके बावजूद देश में पार्टी व्यवस्था लागू कर दी गई और आज इसी का दुष्परिणाम देश के 120 करोड़ लोगों को भुगतना पड़ रहा है. लोकतंत्र के मायने बदल दिए गए हैं जनप्रतिनिधि लोगों के प्रति कम और पार्टी के प्रति ज्यादा जवाबदेह हैं. देश में सच्चे लोकतंत्र की स्थापना के लिए वह प्रतिबद्ध हैं और इसके लिए वह जीवनभर संघर्ष करते रहेंगे. अन्ना ने प्रशिक्षण शिविर के समापन के दौरान कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कार्यकर्ता किसी भी आंदोलन की सबसे मजबूत इकाई होते हैं, कार्यकर्ता जितनी सही दिशा में कार्य करता है आंदोलन भी उतना मजबूत होता है. उन्होंने कार्यकर्ताओं को लोगों तक पहुंचने और ज्यादा से ज्यादा लोगों को जनतंत्र मोर्चा से जोड़ने को कहा ताकि जल्द से जल्द देश के 6 करोड़ लोगों को संगठित करने के लक्ष्य को पूरा किया जा सके.
|
|||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Jantantra Yatra : Press Release 10 June |
|||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
अन्ना ने किया उद्घाटन, शुरु हुआ जनतँत्र मोर्चा का कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर ऋषिकेश, 9 जून: प्रख्यात गांधीवादी व सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजाऱे ने 9 जून, शाम 6:30 बजे ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन मेँ जनतंत्र मोर्चा द्वारा आयोजित कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन किया. इस मौके पर उनके साथ वरिष्ठ पत्रकार संतोष भारतीय भी थेँ. इस प्रशिक्षण शिविर मेँ पँजाब, उत्तराखँड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, मद्ग्य प्रदेश, हरियाणा से सैकडोँ की सँख़्या मेँ ऐसे कार्यकर्ता पहुँचे है जिन्होँने अपना एक साल अन्ना और जनतँत्र मोर्चा के आँदोलन के नाम कर दिया है. शिविर 12 जून तक चलेगा. स्वयँ अन्ना हजारे ने भी कार्यकर्ताओँ को इस आँदोलन से जुडे महत्वपूर्ण विषयोँ पर सँबोधित किया और कहा कि किसी भी आँदोलन का आधार कार्यकर्ता ही होते हैँ. इसलिए यह जरूरी है कि कार्यकर्ता आँदोलन की नीति, सिद्धाँत, विचारधारा और आँदोलन चलाने के तरीकोँ के बारे मेँ जानेँ. अन्ना हजारे ने कार्यकर्ताओँ से अपील करते हुए कहा कि आगे अभी और बडी लडाई है, हमेँ आजादी की दूसरी लडाई लडनी है और कार्यकर्ता इसके लिए तैयार रहेँ. प्रशिक्षण के दौरान कार्यकर्ताओँ को भारतीय राजनीति, अन्ना का यह आँदोलन आजादी की दूसरी लडाई कैसे है, कैसे सँविधान की भावना के विपरित देश मेँ पार्टी तँत्र स्थापित किया गया, पार्टी तँत्र की वजह से भ्रष्टाचार कैसे बढा, जनलोकपाल और जनसँसद के बारे बताया जाएगा. इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार सँतोष भारतीय ने कार्यकर्ताओँ से व्यवस्था परिवर्तन की लडाई को आगे बढाने के लिए अपनी राय देने की अपील की. कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर को पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिँह भी सँबोधित करेँगे. शिविर मेँ कई राज्योँ से आए प्रतिभागियोँ मेँ जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है. महिलाएँ, विकलाँग युवा भी इस शिविर मेँ प्रशिक्षण लेने आए हैँ और अन्ना से अपना एक साल देने का वादा पूरा करते दिख रहे हैँ. गौरतलब है कि इस शिविर में उन्हीं कार्यकर्ताओं को बुलाया गया है, जिनका किसी राजनीतिक दल से संबंध नहीं है और जो अन्ना हजारे जी की विचारधारा से पूर्णत: समहमत है. गौरतलब है कि अमृतसर से शुरु हुई जनतंत्र यात्रा के तीसरे चरण के समाप्त होने तक करीब तीस हजार से भी ज्यादा लोगों, खास कर युवाओं, ने अन्ना हजारे के आह्वान पर इस आंदोलन के लिए एक वर्ष का समय देने का लिखित वादा किया है. जनतंत्र यात्रा के तीसरे चरण के समापन के बाद अन्ना हजारे जी ने घोषणा की थी कि जो लोग जनतंत्र मोर्चा से जुड़े हैं, उनके लिए जल्द ही प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी, ताकि वे जनतंत्र मोर्चा के नीति और सिद्धांतों को समझ सकें. इसी आलोक में, ऋषिकेश में 9 से 12 जून तक कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है. गौरतलब है कि जल्द ही, जून के आखिरी सप्ताह से अन्ना हजारे जी अपनी देश्व्यापी जनतंत्र यात्रा का चौथा व पांचवा चरण शुरु करने वाले हैं. |
|||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Jantantra Yatra : Press Release 7 June |
|||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
ऋषिकेश में अन्ना करेंगे कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन
जनतंत्र मोर्चा, 7 जून: प्रख्यात गांधीवादी व सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजाऱे 9 जून को दोपहर एक बजे ऋषिकेश पहुंचेंगे, जहां वे जनतंत्र मोर्चा द्वारा आयोजित कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन करेंगे. इस मौके पर उनके साथ पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह, वरिष्ठ पत्रकार संतोष भारतीय और सूफी जिलानी भी होंगे. रात आठ बजे इस शिविर का उद्घाटन अन्ना हजारे करेंगे. यह शिविर 9 जून से 12 जून तक चलेगा. इस शिविर में उन्हीं कार्यकर्ताओं को बुलाया गया है, जिनका किसी राजनीतिक दल से संबंध नहीं है और जो अन्ना हजारे जी की विचारधारा से पूर्णत: समहमत है. गौरतलब है कि अमृतसर से शुरु हुई जनतंत्र यात्रा के तीसरे चरण के समाप्त होने तक करीब तीस हजार से भी ज्यादा लोगों, खास कर युवाओं, ने अन्ना हजारे के आह्वान पर इस आंदोलन के लिए एक वर्ष का समय देने का लिखित वादा किया है. (more…) |
|||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Press Release 25 May |
|||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
प्रेस रिलीज
समाजसेवी अन्ना हजा़रे और चौथी दुनिया के प्रदान संपादक संतोष भारतीय की अगुआई में चल रही जनतंत्र यात्रा के तीसरे चरण का समापन उत्तराखंड के रुद्रपुर में संपन्न हो गया. दिल्ली लौटने के पहले अन्ना हजारे प्रदेश के विभिन्न ज़िलों से आए जनतंत्र मोर्चा के सैंकड़ो कार्यकर्ताओं से मुलाक़ात की. इस मौक़े पर अन्ना ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे अपने जीवन में कुछ अच्छा करने का संकल्प लें और समाज निर्माण में अपना योगदान दें. उन्होंने देश में व्यवस्था परिवर्तन के लिए युवाओं से आगे आने की अपील की. अन्ना के मुताबिक़, जो लोग जनतंत्र मोर्चा से जुड़े हैं, उनके लिए जल्द ही प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी, ताकि वे जनतंत्र मोर्चा के नीति और सिद्धांतों को समझ सकें. जनलोकपाल क़ानून की आवश्यकता बताते हुए उन्होंने कहा कि अगर देश में यह क़ानून लागू होता, तो लोग भ्रष्टाचार करने से पहले हज़ार बार सोचते. उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार जनता को गुमराह कर रही है, लेकिन जनता भी उनकी चालों से वाकिफ हो चुकी है. अन्ना हज़ारे ने बताया कि जनतंत्र यात्रा का चौथा चरण हिमाचल प्रदेश से शुरू होगा.
|
|||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Press Release 24 May |
|||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
प्रेस रिलीज 24 मई, 2013 समाजसेवी अन्ना हज़ारे और चौथी दुनिया के प्रधान संपादक संतोष भारतीय की अगुआई में चल रही जनतंत्र यात्रा का तीसरा चरण 24 मई शुक्रवार को हलद्वानी और रूद्रपुर की विशाल जनसभा के साथ संपन्न हो गया. (more…) |