Archive for the ‘प्रेस रिलीज’

Press Release:

अन्ना कॉल सेंटर का शुभारंभ


आश्वासन बहुत हुए अब करेंगे या मरेंगेः अन्ना हज़ारे

 

रालेगण सिद्दीः 09 दिसंबर,2013. समाजसेवी श्री अन्ना हज़ारे ने अपने ग्राम रालेगण सिद्धी में 10 दिसंबर से शुरू होने वाले अनिश्चित कालीन अनशन के संबंध में प्रेस को संबोधित करते हुए अन्ना कॉल सेंटर का शुभारंभ किया. अन्ना जी कल से अपने गांव रालेगण सिद्धी के यादव बाबा मंदिर में जनलोकपाल बिल को पास करने की मांग को लेकर अनशन पर बैठ रहे हैं. फोन नंबर 09225223355 पर फोन करके आप अनशन के संबंध में विभिन्न विकल्पों के जरिए जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. आप इस सुविधा के माध्यम से अनशन के दौरान अन्ना जी के भाषणों का सीधा प्रसारण भी सुन सकते हैं. यह सेवा बिग-वी टेलीकॉम की तरफ से मुफ्त में दी जा रही है.
अन्ना हजारे ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि अनशन का मुख्य उद्देश्य जनलोकपाल बिल को पास कराना है. संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है और यह वर्तमान लोकसभा के कामकाज के लिए आखिरी सत्र है. रामलीला मैदान के अनशन के दौरान प्रधानमंत्री ने लिखित वादा किया था और अपने वादे से मुकर गए. अन्ना ने कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय केवल पत्र लिखकर आश्वासन देता है. कोई ठोस कार्रवाई नहीं करता है. आश्वासन बहुत हुए अब करेंगे या मरेंगे.
हमारे देश को भ्रष्टाचार का महारोग लगा हुआ है. देश के हालात बहुत खराब हैं. सरकार की आर्थिक नीतियों और भ्रष्टाचार की वजह से मंहगाई चरम पर है इस वजह से लोगों का जीना मुश्किल हो रहा है. लोगों में सरकार के प्रति गुस्सा है, जो कि कल घोषित हुए चार राज्यों के विधानसभा परिणामों से जाहिर हो गया है. हार के कई कारण होंगे लेकिन लोकपाल न लाना कांग्रेस की हार का एक मुख्य कारण है. इसके बाद भी सरकार की आंख नहीं खुल रही है. सरकार को अब लोगों की याद करनी चाहिए अगर शीतकालीन सत्र में भी बिल पास नहीं होता है तो नहीं तो आने वाले लोकसभा चुनाव में जनता उसे सबक सिखाएगी. उसे हाल में संपन्न विधानसभा चुनावों से भी ज्यादा गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे.
देश में हम संघर्ष करके सूचना का अधिकार कानून लेकर आए. जिसका फायदा लोगों को मिल रहा है. यह सरकार भी जानती है. लेकिन लोकपाल को लाने की सरकार की मंशा नहीं है. पिछली बार सरकार ने मुझे लिखित आश्वसान दिया इस वजह से मैंने अपना अनशन खत्म कर दिया था. मुझे नहीं मालूम था कि सरकार धोखाधड़ी करेगी. सरकार ने अपने लिखित आश्वासन का दो साल गुजरने के बाद भी पालन नहीं किया. प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी दोनों ने लोकपाल के पास करने के आश्वासन वाले कई पत्र भी लिखे लेकिन अब तक ऐसा नहीं हुआ है. लोकपाल के नहीं आने के लिए जितना जिम्मेदार सत्ता पक्ष है उतना ही विपक्ष भी है. दोनों ही भ्रष्टाचार मुक्त भारत का निर्माण नहीं होने देना चाहते हैं.
लोकपाल बिल लोकसभा में एक ही दिन में पास हो गया था. 23-11-2012 से लोकपाल बिल राज्यसभा में स्टैंडिंग कमेटी, सेलेक्ट कमेटी से पास होकर रखा हुआ है, केवल इस पर चर्चा होनी बाकी है लेकिन सरकार की उसे पास करने की मंशा नहीं है. दो साल गुजर गए हैं, अब सरकार के साथ बिल पर कोई चर्चा नहीं करेंगे. सरकार बार-बार जनता के साथ धोखा कर रही है. मेरे पास अनशन करने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा है. स्वास्थय ठीक नहीं होने की वजह से ही मैंने अपने गांव में ही अनशन करने का निर्णय लिया है. जब तक लोकपाल बिल नहीं आएगा तब तक मेरा अनशन चलेगा.
सरकार अपने फायदे के लिए संसद सत्र को लंबा कर लेती है. सरकार को जनलोकपाल बिल इसी सत्र में पास करना होगा. जब वह दंगा बिल को इसी सत्र में पास करने के ले आतुर है, तो वह ऐसी ही इच्छा शक्ति लोकपाल बिल को पास करने के मामले में क्यों नहीं दिखा रही है.

जनतंत्र मोर्चा की बैठक

अन्ना के देशव्यापी समर्थकों की एक बैठक 26 नवंबर,2013 को 12 बजे जनतंत्र मोर्चा के कार्यालय में आयोजित की जा रही है. इस बैठक में आज की राजनीतिक स्थिति पर विचार किया जाएगा. अन्ना ने चुनाव आयोग को एक पत्र लिखा है, इस पत्र पर भी इस बैठक में चर्चा की जाएगी.

पत्र के लिए यहाँ क्लिक करें

http://jantantramorcha.org/wp-content/uploads/2013/11/election-commissner.pdf

 

अन्ना हजारे द्वारा चुनाव आयोग को लिखा पत्र…

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PDF फॉर्मेट के लिए यहाँ क्लिक करें

अन्ना हजारे द्वारा राजनीतिक दलों को लिखा पत्र …

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आवश्यक सूचना

आवश्यक सूचना

श्री अन्ना हजारे काफी दिनों से सहज महसूस नहीं कर रहे थे. बीमारी के बावजूद वह देश में घूमते रहे. जब अन्ना अस्पताल में चेकअप के लिए भर्ती हुए, तब डॉक्टरों ने उन्हें फौरन ऑपरेशन करने की सलाह दी. 18 अक्टूबर को उनका ऑपरेशन हुआ लेकिन एक आसान ऑपरेशन मुश्किल ऑपरेशन में बदल गया. अंततः ऑपरेशन सफल रहा और अब अन्ना ऑपरेशन के बाद आराम कर रहे हैं.

ऑपरेशन के दौरान अन्ना का काफी खून बह गया. डॉक्टरों ने अन्ना को पूर्ण विश्राम की सलाह दी है. ऑपरेशन के चार दिनों के भीतर सैकड़ों लोग उनका हाल जानने पहुंच गए. डॉक्टरों ने फिर यह सलाह दी कि अन्ना को ऐसी जगह पर रखा जाए जहां लोग न जा सकें और न ही फोन पहुंच सके.

यद्यपि उनका स्वास्थ्य सुधर रहा है. लेकिन डॉक्टरों ने 18 नवंबर तक उन्हें पूर्ण विश्राम करने को कहा है और उनसे किसी के मिलने-जुलने पर भी पाबंदी लगा दी है. इस दौरान अन्ना के सारे कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया गया है. 20 नवंबर को अन्ना के स्वास्थ्य व डॉक्टरों की सलाह के बाद भविष्य के कार्यक्रम तय किए जाएंगे. अन्ना के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए देश में सारे कार्यकर्ता प्रार्थनाएं भी कर रहे हैं और शुभकामनाएं भी दे रहे हैं.

प्रेस रिलीज

प्रेस रिलीज

विधानसभा चुनावों में राइट टू रिजेक्ट के इस्तेमाल के लिए अन्ना आंदोलन शुरु करेगें

नई दिल्ली, 7 अक्टूबर, 2013, श्री अन्ना हजारे ने नवंबर और दिसंबर माह में छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान व दिल्ली में हो रहे विधानसभा चुनाव में राइट टू रिजेक्ट के लिए जनआंदोलन शुरु करने की घोषणा की है. इन राज्यों में अन्ना लोगों को को जागृत करने और राइट टू रिजेक्ट के इस्तेमाल के लिए प्रेरित करने के लिए मतदाता जनजागरण रथ यात्रा निकालेंगे. अन्ना ने यह फैसला जनतंत्र मोर्चा के कार्यकर्ता सम्मेलन में लिया. यह शिविर 5-6 अक्टूबर को दिल्ली में समपन्न हुआ. अन्ना इलेक्शन कमीशन से यह अपील की है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद राइट टू रिजेक्ट के कार्यान्वन के लिए जल्द से जल्द नियम बनाए जाएं ताकि विधानसभा चुनावों में लोगों के इस अधिकार का नतीजा निकल सके. अन्ना हजारे की मांग है कि जिस विधानसभा क्षेत्र में नापंसदी का वोट सर्वाधिक हो उस विधानसभा के चुनाव को रद्द किया जाए. ऐसे विधानसभा क्षेत्र में फिर से चुनाव हो और रद्द किए गए चुनावो में भाग लेने वाले सभी उम्मीदवारों को चुनाव के लिए अयोग्य घोषित किया जाए.

जनतंत्र मोर्चा कार्यकर्ता सम्मेलन में यह भी फैसला हुआ कि संसद के आगामी शीतकालीन सत्र को पहले दिन से अन्ना दिल्ली के रामलीला मैदान में अंदोलन शुरु करेगें. देश भर से आए कार्यकर्ताओं ने इस आयोजन की तैयारी के बारे में भी जानकारी दी और भविष्य के कार्यक्रमों के बारे में फैसले लिए. इस बैठक में उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बताया कि सरकार की मंशा लोकपाल बिल को पास करने की नहीं है, वह संसद में जानबूझ कर लोकपाल बिल को लटका रही है. उन्होंने कहा कि मैनें प्रधानमंत्री को पहले ही पत्र लिखकर बता दिया है कि वह संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन से एक बार फिर से रामलीला मैदान में बैठने जा रहे हैं.

अन्ना ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यह भी बताया कि इस बार आंदोलन का स्वरूप अखिल भारतीय होगा. इस बार आंदोलन को देश के गांव-गांव तक फैलाया जाएगा. इसके लिए पंद्रह दिनों के अंदर देश के हर जिले व ब्लाक में जनसंसद अभियान समिति व ब्लाक जनसंसद अभियान समिति का गठन की प्रक्रिया शुरु हो चुकी है और सभी राज्यों में राज्य स्तरीय सम्मेलन आयोजित किया जाएगा. साथ ही आम लोगों की भागीदारी और सहयोग सुनिश्चित करने के लिए संकल्प पत्र पर हस्ताक्षर कराया जाए.

अन्ना हजारे का प्रधानमंत्री के नाम पत्र

 

प्रेस रिलीज

 

रालेगणसिद्धी.12 सितंबर,2013,समाजसेवी अन्ना हज़ारे ने प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर यह सुनिश्चित कर दिया है कि वे संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन से जनलोकपाल बिल की मांग को लेकर दिल्ली के रामलीला मैदान में अनशन पर बैठेंगे. श्री अन्ना हजारे ने पूर्व में प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर चेतावनी दी थी कि यदि उनकी सरकार संसद के मानसून सत्र में लोकपाल बिल को पास नहीं करती है तो वह एक बार फिर से जन लोकपाल बिल को पास करने की मांग लेकर अनशन पर बैठ जाएंगे. सरकार ने इस सत्र में भूमि अधिग्रहण बिल, फूड सिक्योरिटी बिल, जेल में बंद होते हुए भी चुनाव लड़ने की अनुमति देने वाले बिल सहित कई बिल पास करवा लिए हैं, लेकिन जनलोकपाल बिल नहीं लाया गया. ज़ाहिर है कि जनलोकपाल बिल लाने की सरकार की मंशा नहीं है. मैं कई बार आपको इस विषय में पत्र लिख चुका हूं, मगर सरकार है कि बार बार राज्यसभा की ओर उंगली उठाती रहती है.

श्री अन्ना हजारे ने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया है कि आप मंत्रिमंडल की बैठक बुलाकर महामहिम राष्ट्रपति जी से आग्रह करें कि वे दोनों सदनों की संयुक्त बैठक बुलाएं और यह बैठक केवल जनलोकपाल बिल के लिए ही हो. यह इसलिए आवश्यक है कि आप और हमारी संसद वादाखिलाफी के कलंक से बच सके. यदि सरकार बिल पास नहीं करती है तो मैं जनसंसद में जाऊंगा और लोगों को बताउंगा कि सरकार ने किस तरह जानबूझकर जनलोकपाल बिल को लटकाया है. मैं जनता से गुहार लगाउंगा कि जैसा आंदोलन 16 अगस्त, 2011 को रामलीला मैदान में हुआ था, वैसा ही आंदोलन अब पूरे देश में होना चाहिए. देश की जनता जागृत हुई है, युवकों में जागृति है. यही समय है भ्रष्टाचार मुक्त भारत के निर्माण का, समय है देश के लिए संघर्ष करने का.

संसद के आगामी शीतकालीन सत्र के पहले दिन जब रामलीला मैदान में मैं अनशन आरंभ कर दूंगा, उस वक्त फिर एक बार जनता को रामलीला मैदान में उतरकर अपना समर्थन प्रकट करना है. अब तो जन लोकपाल बिल को लाकर ही रहना है. एक बार फिर 16 अगस्त,2011 जैसा आंदोलन देश में चौतरफा फैलाना है. देश के हर एक नागरिक को इस आंदोलन में शामिल होना है.

संलग्नकः

  1. 1.    श्री अन्ना हजारे द्वारा प्रधानमंत्री को लिखा गया पत्र :Anna Hazare’s letter to PM
  2. 2.    प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा अन्ना हजारे को लिखे गए पत्र :PM’s letter to Anna Hazare

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प्रेस रिलीज

अन्ना हज़ारे की अमेरिका यात्रा

श्री अन्ना हज़ारे इस साल न्यूयार्क में होने वाली इंडिया डे परेड के मुख्य अतिथि हैं. पूर्व भारतीय सेना प्रमुख जनरल वी के सिंह और चौथी दुनिया के प्रधान संपादक संतोष भारतीय को भी इस परेड में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है. अन्ना 16 अगस्त, 2013 को न्यूयार्क पहुंचेंगे.

अन्ना हज़ारे इंडिया डे परेड में शामिल होने के बाद न्यूयार्क, फिलडेल्फिया, वाशिंगटन डीसी, सेन फ्रांसिस्को, साउथ कैरोलीना, शिकागो आदि शहरों में कई कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे. इस दौरान वह भारतीय समुदाय के लोगों से मुलाकात भी  करेंगे. इसके अलावा अन्ना अमेरिका के विभिन्न विश्वविद्यालयों में भारतीय और विदेशी छात्रों को संबोधित भी करेंगे.

17 अगस्त को वह न्यूयॉर्क के मैनहेटेन में भारत के ऋषिकेश स्थित परमार्थ निकेतन के पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती जी महाराज (मुनिजी) के साथ एक कार्यक्रम में शिरकत करेंगे. 18 अगस्त को अन्ना न्यूयार्क में इंडिया डे परेड में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे. 19 अगस्त को अन्ना न्यूयार्क स्टॉक एक्सचेंज (NASDAQ) की बेल रिंग सेरेमनी में शामिल होंगे. २० अगस्त को अन्ना संयुक्त राष्ट्रसंघ के न्यूयार्क स्थित मुख्यालय जाएंगे. 20 अगस्त को ही वह कोलंबिया युनीवर्सिटी में एक कार्यक्रम में शिरकत करेंगे. २० अगस्त को अन्ना डेलावेयर के गवर्नर द्वारा उनके सम्मान में दिए गए रात्रि भोज में शामिल होंगे. अन्ना 21 अगस्त को वारटर्न स्थित युनिवर्सिटी ऑफ पेनिसिल्वेनिया के कंस्टीट्यूशन सेंटर नॉलेज का निरीक्षण करेंगे. इसके बाद अन्ना संयुक्त राष्ट्रअमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डी सी जाएंगे. 22 अगस्त को अन्ना अमेरिकी सीनेट और कांग्रेस के सदस्यों के साथ कुछ विशिष्ट लोगों से मुलाकात करेंगे. इसके बाद युनिवर्सिटी ऑफ मेरीलैंड में भारतीय समुदाय के लोगों से मुलाकात करेंगे. 23 अगस्त को अन्ना सेन फ्रांसिस्को पहुंचेंगे. २४ अगस्त को स्टेनफोर्ड युनिवर्सिटी के छात्रों से मुलाकात करेंगे.  25 अगस्त को अन्ना सेन फ्रांसिस्को से साउथ कैरोलीना पहुंचेंगे. यहां दोपहर में वह परमार्थ निकेतन के पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती जी महाराज (मुनिजी) के साथ एक अन्य कार्यक्रम में शामिल होंगे. शाम को अन्ना साउथ कैरोलीना प्रांत की भारतीय मूल की गवर्नर निकी हैली दिए गए रात्रि भोज में शामिल होंगे. 26 अगस्त को अन्ना साउथ कैरोलीना से अटलांटा पहुंचेंगे. 27 अगस्त को अन्ना अटलांटा से शिकागो पहुंचेगे. 28 अगस्त को शिकागो से भारत के लिए प्रस्थान करेंगे.

अमेरिका से लौटकर श्री अन्ना हज़ारे 30 अगस्त को बैंगलोर में श्री श्री रविशंकर द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करेंगे. अन्ना हज़ारे के नेतृत्व में चल रही जनतंत्र यात्रा अपने छठवें चरण में बिहार और झारखंड पहुंच रही है.

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केंद्र सरकार की एक अच्छा लोकपाल बिल पास करने की मंशा नहीं है­: अन्ना

01 अगस्त,2013, गाजीपुर, जनतंत्र यात्रा के पांचवें चरण आज गाजीपुर में समापन हो गया. जनतंत्र यात्रा ने अपने पांचवें चरण में लगभग 2000 किलोमीटर का सफर तय किया. पांचवें चरण के अंतिम दिन आज़मगढ़ से मऊ होती हुई गाज़ीपुर पहुंची. आज़मगढ़ और ग़ाजीपुर के बीच कई स्थानों पर अन्ना जी की जनतंत्र यात्रा का स्वागत और अभिनंदन किया गया.

अन्ना ने गाज़ीपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैं देश में सच्चे लोकतंत्र की स्थापना के लिए, संपूर्ण व्यवस्था परिवर्तन के लक्ष्य को लेकर आगे जनतंत्र यात्रा कर रहा हूं. हमारा मुख्य उद्देश्य देश की जनता को जगाना है. देश की जनता देश की सच्ची मालिक है, मालिक को अपने अधिकार फिर से प्राप्त करने होंगे. लोगों को अपने मताधिकार का सही उपयोग करना होगा. अन्ना ने केंद्र सरकार को भ्रष्टाचारी बताते हुए कहा कि केंद्र की सरकार ने देश के 120 करोड़ लोगों को धोखा दिया है. केंद्र सरकार की एक अच्छा लोकपाल बिल पास करने की मंशा नहीं है. मैं लोकपाल बिल पास कराए बगैर नहीं मरुंगा. मैं संसद क शीतकालीन सत्र के पहले दिन से लोकपाल बिल को पास करने की मांग को लेकर अनशन पर बैठूंगा.

पूर्व थल सेनाध्यक्ष जनरल वी के सिंह ने गाजीपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि देश युवाओं की ओर देख रहा है. देश का युवा देश के हर चुनाव का परिणाम बदल सकता है. युवा ही देश की तक़दीर बदल सकते हैं. बदलाव की इस देश को बहुत जरूरत है. ऐसा होने पर ही देश भ्रष्टाचीर मुक्त होकर तरक्की की राह पर चल सकेगा.

अन्ना के सहयोगी और चौथी दुनिया के प्रधान संपादक संतोष भारतीय ने कहा कि अन्ना का संगठन आपको आवाज दे रहा है, इस देश को आपकी जरुरत है. आइये व्यवस्था परिवर्तन की इस मुहिम का हिस्सा बनिए. यह मुहिम 1942 में गांधी जी द्वारा शुरू के गए भारत छोड़ो आंदोलन की तरह है. यह देश को बचाने का आखिरी मौका है. अगर आज हम आज़ादी की दूसरी लड़ाई में अपना योगदान नहीं दे सके तो निकट भविष्य में देश की व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं होने वाला है.

जनतंत्र यात्रा अपने छठवें चरण में बिहार पहुंचेगी. छठवें चरण का कार्यक्रम जल्दी ही jantantramorcha.org  वेबसाईट पर उपलब्ध करा दिया जाएगा.

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शीतकालीन सत्र के पहले दिन अनशन पर बैठूंगाः अन्ना

31 जुलाई, 2013,आज़मगढ़ः वरिष्ठ समाजसेवी अन्ना हज़ारे ने केंद्र सरकार को एक बार फिर से चेतावनी देते हुए कहा कि मानसून सत्र सरकार के पास लोकपाल बिल को पास करने का अंतिम मौका है. यदि केंद्र सरकार लोकपाल बिल को इस सत्र में पास नहीं करती है. तो वह संसद के शीतकालीन सत्र के प्रारंभ होते ही रामलीला मैदान में आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे. संसद द्वारा सेंस ऑफ हाउस पास किए जाने के बाद साल गुजर चुके हैं. लेकिन सरकार ने देश को धोखा दिया है, और सरकार को आगामी लोकसभा चुनावों में इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा.

आज़मगढ में जनसभा को संबोधित करते हुए भारत के पूर्व थल सेनाध्यक्ष जनरल वी के सिंह ने कहा कि हमारे देश के नेता आज भी अंग्रेजों के फूट डालो शासन करो की नीति पर काम कर रहे हैं. नेताओं ने देश को धर्म, जाति,भाषा, क्षेत्र और न जाने किन-किन मसलों के आधार पर बांट दिया है. देश में सेना को किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए बुलाया जाता है. सेना में किसी तरह का भेदभाव नहीं है. प्रत्येक सैनिक केवल देश के लिए सोचता है. उसी तरह देश के हर नागरिक को देश को सर्वोपरि मानते हुए बिना किसी भेदभाव के देश की अखंडता और एकता को बनाए रखने के लिए काम करना चाहिए. जब सारा देश एक होगा तभी भ्रष्टाचार को दूर किया जा सकता था.

अन्ना के सहयोगी और चौथी दुनिया के प्रधान संपादक संतोष भारतीय ने कहा कि देश की आजादी की दूसरी लड़ाई में भाग लेने के लिए आम जनता के साथ-साथ पत्रकारों को भी सामने आना चाहिए. जिस तरह आज़ादी की पहली लड़ाई में वकीलों ने मुख्य भूमिका अदा की थी, ठीक उसी  तरह पत्रकारों को आज़ादी की दूसरी लड़ाई में कूद पड़ना चाहिए और भ्रष्टाचार मुक्त भारत के निर्माण में सहयोग करना चाहिए.

जनतंत्र यात्रा पांचवें चरण के नौवें दिन वाराणसी से आजमगढ़ पहुंची. वाराणसी से आज़गढ के बीच कई स्थानों पर अन्ना का जोरदार स्वागत किया गया. अन्ना ने चोलापुर और लालगढ़ में जनसभाओं को संबोधित किया. जैसे ही अन्ना के काफिले ने आज़मगढ़ की सीमा में प्रवेश किया 200 युवाओं ने मोटर सायकिल रैली के रूप में अन्ना के काफिले के साथ तिरंगा झंडा लेकर चलने लगे. यह रैली जनतंत्र यात्रा के काफिले को सभा स्थल तक लेकर पहुंचे जहां हज़ारों की संख्या में उपस्थिल लोगों ने भारत माता की जय जैस नारों के साथ अन्ना का स्वागत किया.

01 अगस्त 2013 को जनतंत्र यात्रा मऊ होते हुए ग़ाजीपुर पहुंचेगी. जहां जनतंत्र यात्रा के पांचवें चरण का विधिवत समापन होगा. यात्रा का छठवां चरण सितंबर माह में बिहार में आयोजित किया जाएगा.

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