अंतिम सांस तक देश के लिए लड़ता रहूंगा : अन्ना |
रीवा के मानस भवन की सजा में अन्ना हजारे भावपूर्ण उदबोधन में कहा कि जब तक सांस है देश के लिए लड़ता रहूंगा और संसद में जनलोकपाल बिल पास कराकर देश को भ्रष्टाचार से मुक्त बनाना है उन्होंने कहा कि जनलोकपल बिल के मामले में उन्होंने तीन मांगे रखी थी जिसमे वन से लेकर फोर्थ ग्रेड तक के कर्मचारी अधिकारियो को लोकपाल के दायरे में लाना ,हर राज्य में सशक्त लोकायुक्त और सरकारी तंत्र से उपजी समस्याओ के निराकरण के लिए दिनों के निर्धारण शामिल था Source: hellorewa.com Date : 06 Jul 2013 |
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अन्ना हज़ारे के आगमन से लोगों मे उत्साह |
सूचना का अधिकार अन्ना हज़ारे के प्रयासो से हुआ था लागू – जे॰ एल॰ |
अन्ना ने किया उद्घाटन, शुरु हुआ जनतँत्र मोर्चा का कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर |
ऋषिकेश, 9 जून: प्रख्यात गांधीवादी व सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजाऱे ने 9 जून, शाम 6;30 बजे ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन मेँ जनतंत्र मोर्चा द्वारा आयोजित कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन किया. इस मौके पर उनके साथ वरिष्ठ पत्रकार संतोष भारतीय भी थेँ. इस प्रशिक्षण शिविर मेँ पँजाब, उत्तराखँड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, मद्ग्य प्रदेश, हरियाणा से सैकडोँ की सँख़्या मेँ ऐसे कार्यकर्ता पहुँचे है जिन्होँने अपना एक साल अन्ना और जनतँत्र मोर्चा के आँदोलन के नाम कर दिया है. शिविर 12 जून तक चलेगा. स्वयँ अन्ना हजारे ने भी कार्यकर्ताओँ को इस आँदोलन से जुडे महत्वपूर्ण विषयोँ पर सँबोधित किया और कहा कि किसी भी आँदोलन का आधार कार्यकर्ता ही होते हैँ. इसलिए यह जरूरी है कि कार्यकर्ता आँदोलन की नीति, सिद्धाँत, विचारधारा और आँदोलन चलाने के तरीकोँ के बारे मेँ जानेँ. अन्ना हजारे ने कार्यकर्ताओँ से अपील करते हुए कहा कि आगे अभी और बडी लडाई है, हमेँ आजादी की दूसरी लडाई लडनी है और कार्यकर्ता इसके लिए तैयार रहेँ. प्रशिक्षण के दौरान कार्यकर्ताओँ को भारतीय राजनीति, अन्ना का यह आँदोलन आजादी की दूसरी लडाई कैसे है, कैसे सँविधान की भावना के विपरित देश मेँ पार्टी तँत्र स्थापित किया गया, पार्टी तँत्र की वजह से भ्रष्टाचार कैसे बढा, जनलोकपाल और जनसँसद के बारे बताया जाएगा. इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार सँतोष भारतीय ने कार्यकर्ताओँ से व्यवस्था परिवर्तन की लडाई को आगे बढाने के लिए अपनी राय देने की अपील की. कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर को पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिँह भी सँबोधित करेँगे. शिविर मेँ कई राज्योँ से आए प्रतिभागियोँ मेँ जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है. महिलाएँ, विकलाँग युवा भी इस शिविर मेँ प्रशिक्षण लेने आए हैँ और अन्ना से अपना एक साल देने का वादा पूरा करते दिख रहे हैँ. गौरतलब है कि इस शिविर में उन्हीं कार्यकर्ताओं को बुलाया गया है, जिनका किसी राजनीतिक दल से संबंध नहीं है और जो अन्ना हजारे जी की विचारधारा से पूर्णत: समहमत है. गौरतलब है कि अमृतसर से शुरु हुई जनतंत्र यात्रा के तीसरे चरण के समाप्त होने तक करीब तीस हजार से भी ज्यादा लोगों, खास कर युवाओं, ने अन्ना हजारे के आह्वान पर इस आंदोलन के लिए एक वर्ष का समय देने का लिखित वादा किया है. जनतंत्र यात्रा के तीसरे चरण के समापन के बाद अन्ना हजारे जी ने घोषणा की थी कि जो लोग जनतंत्र मोर्चा से जुड़े हैं, उनके लिए जल्द ही प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी, ताकि वे जनतंत्र मोर्चा के नीति और सिद्धांतों को समझ सकें. इसी आलोक में, ऋषिकेश में 9 से 12 जून तक कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है. गौरतलब है कि जल्द ही, जून के आखिरी सप्ताह से अन्ना हजारे जी अपनी देश्व्यापी जनतंत्र यात्रा का चौथा व पांचवा चरण शुरु करने वाले हैं. |
जनरल वीके सिंह का महत्वपूर्ण बयान |
जैसे-जैसे श्री अन्ना हजारे जी का आंदोलन बढता जा रहा है और इनकी यात्राओं में भीड़ बढती जा रही है, वैसे-वैसे अन्ना के आंदोलन को कमजोर करने की साजिश बढती दिखाई दे रही है. श्री अन्ना हजारे ने ये साफ किया है कि उनकी न कोई कोर कमेटी है और न राज्यों में अध्यक्ष, महामंत्री या कोषाध्यक्ष हैं. अन्ना के आंदोलन में सभी वालेंटियर हैं. मेरे पास कुछ लोग मिलने आए थे और उन्होंने कहा कि वो अन्ना के आंदोलन में काम करना चाहते हैं. मैने उनसे भी कहा और मैं सबसे कहता हूं कि इस आंदोलन में सभी के काम करने की जरूरत है लेकिन हम किसी को न पदाधिकारी बना रहे है और न ही किसी को अन्ना के नाम पर दफ्तर खोल कर अन्ना के सिद्धांतों के विरूद्ध कार्य करने की अनुमति दे रहे है. देखने में आया है कि कुछ लोग अन्ना के नाम का और मेरे नाम का दुरुपयोग कर रहे हैं. मैं आशा करता हूं कि इन्हें सदबुद्धि आएगी और ये राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि बनकर जनतंत्र के आंदोलन को तबाह करने की कोशिश छोड देंगे. इन्हें ये समझ में आना चाहिए कि जनता और जनतंत्र देश के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है. और मैं उन सभी से, जो जनतंत्र के समर्थक है, अपील करता हूं कि वो जनतंत्र लाने के आंदोलन में ईमानदारी से लगेंगे और देश की जनता का साथ देंगे. मैं फिर से साफ कर दूं कि अन्ना के नाम पर जिन लोगों ने संगठन बनाए हैं और संगठन चला रहे हैं, वो न तो अन्ना का संगठन है और न उसका कोई रिश्ता अन्ना हजारे जी के साथ है. अन्ना जी का एक ही संगठन है, जिसका नाम जनतंत्र मोर्चा है. जनरल वी के सिंह
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प्रधानमंत्री के नाम अन्ना की चिट्ठी |
प्रति,
मा. श्रीमान मनमोहन सिंह जी,
प्रधानमंत्री, भारत सरकार.
मैने आपको एक पत्र 12 फरवरी 2013 को लिखा था। उस पत्र के जबाब में आपके कार्यालय से श्री वी. नारायण सामी जी के नाम से पत्र डी.ओ.नंबर 407/67/2012-एवीडी/4बी, ता. 9 मई 2013 को भेजा गया, जो मुझे 20 मई 2013 को प्राप्त हुआ। (more…)
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जनतंत्र यात्रा का चौथा और पांचवा चरण |
जनतंत्र यात्रा चौथे चरण में मध्य प्रदेश पहुंचेगी.मध्य प्रदेश में जनतंत्र यात्रा का प्रारंभ 05 जुलाई को रीवा से होगा और समापन 17 जुलाई को इंदौर में होगा. इसके बाद जनतंत्र यात्रा अपने पांचवें चरण में उत्तर प्रदेश पहुंचेगी. उत्तर प्रदेश में जनतंत्र यात्रा 23 जुलाई को मुरादाबाद से प्रारंभ होगी और इसका समापन 03 अगस्त को बलिया में होगा. चौथे और पांचवें चरण की यात्रा की विस्तृत जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करेँ. जो लोग अन्ना हज़ारे की इस जनतंत्र यात्रा में शामिल होना चाहते हैं, वे jantantramorcha@gmail.com या जनतंत्र मोर्चा के इस फोन नंबर 09650268680 पर संपर्क कर सकते हैं. |
आरटीआइ ने खोले देश में बड़े घोटाले |
रानीखेत: अन्ना हजारे ने कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र में रहकर 10 साल तक सूचना का अधिकार अधिनियम के लिए लड़ाई लड़ी। तब कहीं जाकर सूचना का अधिकार अधिनियम लागू हो पाया है। सूचना अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद ही टू-जी घोटाला, खेल घोटाला, हेलीकाप्टर जैसे बड़े घोटालों का खुलासा हुआ है। |
पहाड़ की जनता को देख गदगद हुए अन्ना |
जाका, रानीखेत: प्रख्यात समाजसेवी अन्ना हजारे रानीखेत में जनसभा में उमड़ी भीड़ को देखकर गदगद दिखे। यहां खड़ी बाजार में सजे मंच में पहुंचने पर कुमाऊंनी परिधान में सजी स्कूली बच्चों ने तिलक लगाकर अभिनंदन किया। कार्यक्रम आयोजकों ने अन्ना हजारे सहित अन्य अतिथियों को फूल माला पहनाई तथा बच्चों ने स्वागत गीत गाकर भव्य स्वागत किया। अन्ना हजारे ने अपना संबोधन शुरू करते ही भारत माता के जय के नारे लगाए। जनता को संबोधन करते हुए उन्होंने कहा कि जनतंत्र यात्रा में उन्हें उत्तराखण्ड में भी काफी सहयोग मिल रहा है। वह उत्तराखण्ड की जनता को देखकर काफी खुश हूं। उन्होंने कहा कि यात्रा से पहले मुझे यहां पहाड़ों की जनता के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी। उन्होंने अपने संबोधन के बीच में भी चुटकी ली की गई वह जनता के उत्साह को देखते हुए आज 75 साल के युवा बन गए हैं। |